आज के समय में प्रोसेसर और ऐप्स की बदौलत स्मार्टफोन की पावर पर बहुत असर होता है। तो ऐसे में स्मार्टफोन के अंदर बैटरी सबसे अहम है। आपको अपने स्मार्टफोन की बैटरी का हमेशा ख्याल रखना चाहिए। वैसे तो स्मार्टफोन की बैटरी का ख्याल कैसे रखें इसको लेकर बहुत सारे मिथक हैं। अगर आप स्मार्टफोन में अधिक ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं तो यहां देखिए कि कौन-सी ऐप्स आपके फोन की बैटरी जल्दी खत्म करती हैं।
स्मार्टफोन को रात भर चार्जिंग पर रखना चाहिए या नहीं: आज के समय में स्मार्टफोन में आने वाली स्मार्ट टेक्निक स्मार्टफोन की बैटरी फुल होने के बाद चार्ज होने से रोक देती है। अगर बैटरी प्लग इन होने पर भी फोन की बैटरी कम होने लगती है तो फोन फिर से चार्ज होना शुरू हो जाता है। ऐसे में आप चाहें अपने स्मार्टफोन को रात भर चार्जिंग पर रखें तो उनकी बैटरी सिर्फ तब भी चार्ज होती है जब जरूरत होती है।
लो पावर मोड फोन के लिए सही या गलत: वैसे तो अपने स्मार्टफोन को लो पावर मोड पर रखने से सॉफ्टवेयर को कोई नुकसान नहीं होता है। मगर इससे यूजर एक्सपीरियंस खराब हो सकता है। जब भी फोन को लो पावर मोड में बदला जाता है तो उससे काफी गैरजरूरी चीजें काम नहीं करती हैं। इस दौरान लो स्क्रीन लाइट स्क्रीन को देखने में मुश्किल पैदा कर सकती है।
क्या फोन पब्लिक चार्जिंग पोर्ट में सुरक्षित है: अगर आप अपने फोन को पब्लिक चार्जिंग पोर्ट से चार्ज करते हैं तो आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। उस स्पेसिफिक सॉकेट के अलावा जिस चार्जर को फोन में प्लग किया जा रहा है तो उससे डाटा ट्रांसफर होने का खतरा रहता है।
क्या नए फोन को इस्तेमाल करने से पहले फुल चार्ज करना जरूरी है: जब आप कोई नया फोन लाते हैं तो उसमें पहले से ही कुछ पावर रहती है तो उसे अगर चार्ज नहीं भी करेंगे तो आपका काम चल जाएगा। लेकिन आपको नए फोन को फुल चार्ज करके ही इस्तेमाल करना चाहिए।
फोन को तब तक न चार्ज करें जब तक वह ऑफ न हो जाए: आपको अपने फोन में लिथियम-आयन बैटरी को जीरो तक पहुंचने से पहले ही उसे चार्ज करना चाहिए। इसलिए फोन को कभी भी अंत में जाकर चार्ज नहीं करना चाहिए।
ऐप नहीं खर्च करती हैं बैटरी: आपको बता दें कि सिर्फ एक ऐप आपके स्मार्टफोन की काफी बैटरी खर्च कर सकती है। जैसे कि सोशल मीडिया ऐप फेसबुक इसमें सबसे अहम है। वहीं, इसी प्रकार की अन्य ऐप जो कि बैकग्राउंड में चलती रहती हैं तो वह फोन की बैटरी का इस्तेमाल करती रहती हैं। ऐसे में आपको ऐप को हटाकर और अपने फोन पर वेब ब्राउजर के जरिए फेसबुक अपडेट चेक करने चाहिए।
फोन को ऑफ करना सही या गलत: अगर आप अपने स्मार्टफोन को रीसेट करते हैं तो उसके बैटरी बचाव में मदद मिल सकती है। अधिकतर लोग ऐप्स का उपयोग कर लेने के बाद उन्हें बंद नहीं करते हैं। इसकी वजह से वह ऐप बैकग्राउंड में काम करती रहती हैं। अगर आपको ऐप्स बंद करने की आदत है तो उन बैटरी खर्च करने वाली ऐप्स के साथ फोन को भी हफ्ते में एक बार बंद करना चाहिए। आपको मीटिंग या कार में फोन को फुल ऑफ कर देना चाहिए।
प्लग इन होने पर फोन का इस्तेमाल सही या नहीं: आप अपने फोन को चार्जिंग के वक्त इस्तेमाल कर सकते हैं, उसमें ऐप ओपन कर सकते हैं और कॉल कर सकते हैं। मगर आपको बता दें कि जब आप अपने फोन को चार्ज कर रहे होते हैं तो पावर आपके सामान्य इस्तेमाल होने वाली बैटरी से अलग होती है। अगर आप फोन को तेजी से चार्ज करना चाहते हैं तो उसे फुल चार्ज करने के लिए बीच में काम नहीं करेंगे तो सही रहेगा।