सिरदर्द होना सेहत से जुड़ी एक आम परेशानी है, जिसके पीछे अगर गंभीर कारणों की बात करें तो माइग्रेन जैसी समस्या हो सकती है और बहुत ही साधारण कारण भूख भी हो सकती है। भूख से सिरदर्द मुख्य रूप से तब होता है जब आप अपना खाना स्किप कर देते हैं, खासतौर पर ब्रेकफास्ट और लंबे समय तक पर्याप्त भोजन नहीं लेते हैं।
एक स्टडी के मुताबिक, सिरदर्द होने के अहम कारणों जैसे- इंटेन्स इमोशंस, थकान, मौसम में बदलाव, पीरियड्स, सफर करना, शोरगुल और नींद के घंटे के मुकाबले भूख 31.03% और खाने को स्किप करना 29.31% जिम्मेदार है। आज हम आपको भूख से होनेवाले सिरदर्द के बारे में विस्तार से बताएंगे।
डिहाइड्रेशन, कम भोजन और कैफीन की कमी से शरीर में ग्लूकोज का लेवल कम हो जाता है, जो सिरदर्द पैदा कर सकता है। यह तब होता है जब दिमाग को ग्लूकोज लेवल में कमी महसूस होती है तो ऐसे में दिमाग हाइपोग्लाइसीमिया या ग्लूकोन लेवल को पाने के लिए ग्लूकागोन, कोर्टिसोल और एड्रेनालाइन जैसे कुछ हार्मोन्स का रिसाव करता है। इन हार्मोनों के साइड इफेक्ट के रूप में थकान, सुस्ती या मतली की इच्छा के साथ सिरदर्द होता है।
इसके अलावा डिहाइड्रेशन, कैफीन की कमी और भोजन की कमी के कारण ब्रेन टिश्यू में कसाव, पेन रिसेप्टर्स को एक्टिव कर देता है, जिसके कारण सिरदर्द होता है।
उदाहरण के लिए- तनाव से गुजरने वाले और डायबिटीज पेशेंट लोगों में सिरदर्द की तीव्रता बढ़ जाती है। एक स्टडी के मुताबिक, टेंशन-फ्री लोगों में सिरदर्द की समस्या 58% तक पाई गई है, जबकि उसकी तुलना में टेंशन से गुजरने वाले लोगों में यह 93% तक पाई गई है। भूख और स्ट्रेस भी माइग्रेन और टेंशन टाइप हेडेक अटैक को बढ़ा देते हैं।
भूख से होनेवाले सिरदर्द यानी हंगर हेडेक के लक्षणों की बात करें तो कंधे, गर्दन पर तनाव के साथ-साथ फोरहैड और उसके किनारों पर दबाव महसूस होता है। इनके अलावा हंगर हेडेक की समस्या से जुडे अन्य लक्षणों में शामिल हैं-
पेट फूलना या कुलबुलाना
थकान
हाथ कांपना
सिर चकराना
पेट दर्द
भ्रम होना
पसीना आना
जुकाम महसूस होना
एक स्टडी के मुताबिक, प्राइमरी हेडेक कुछ गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं के कारण हो सकता है और इसका इलाज सिरदर्द के लिए एक प्रमुख समाधान हो सकता है। प्राइमरी हेडेक से जुड़ी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं में से कुछ में गैस्ट्रो ऑसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी), कब्ज, अपच, इन्फ्लामेट्री बॉवेल सिंड्रोम (आईबीएस), फंक्शनल एब्डोमिनल पेन, सेलियाक डिजीज और एच. पाइलरी इंफेक्शन शामिल हैं।
हंगर हेडेक को रोकने के उपाय
वक्त पर हेल्दी खाना खाएं।
खाना स्किप करने से बचें, खासकर ब्रेकफास्ट।
काम का शेड्यूल बिजी रहता हो तो वक्त निकालकर नियमित अंतराल पर छोटे भोजन करें।
हमेशा अपने साथ एनर्जी बार या व्होल-ग्रेन (साबुत अनाज) बार रखें।
हाई शुगर वाले चॉकलेट या मीठे जूस से बचें, क्योंकि ये ग्लूकोज का लेवल अचानक में बढ़ोतरी कर डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
भूख को मेनटेन करने ढेर सारा पानी पिएं।
हमेशा अपने साथ साबुत फल जैसे सेब या संतरा और फलियों का एक डिब्बा रखें।
आप ऑप्शन के रूप में योगर्ट या मिठासरहित फ्रूट जूस भी चुन सकते हैं।
यदि आपका सिरदर्द कैफीन लेने से भी शुरू हो जाता है, तो इसके सेवन को पूरी तरह से रोकने के बजाय पहले कम मात्रा में लें, फिर धीरे-धीरे इसे पूरी तरह से बंद कर दें।
जब आप खाली पेट हों या आमतौर पर खाना खाने जा रहे हों तब हंगर हेडेक होना सामान्य है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको अपने भोजन करने के नियमित समय में देरी करनी चाहिए क्योंकि भूख के कारण सिरदर्द, गैस्ट्रिक या पेट में जलन जैसी कुछ समस्याएं पैदा होने लगती हैं।
इसके अलावा, यदि आप भूख के बिना भी लगातार सिरदर्द की नियमित समस्या से दो-चार होते रहते हैं, तो यह कुछ अन्य हेल्थ प्रॉब्लम्स के कारणों से भी हो सकता है। ऐसे में सही इलाज के लिए तुरंत मेडिकल अटेंशन की जरूरत है।