नई दिल्ली
देश में लगातार बढ़ रही महंगाई ने आम लोगों की कमर तोड़कर रख दी है। जरूरी खाने-पीने की चीजों में भी बेतहासा बढ़ोतरी हो रही है। बीते एक साल में खाद्य पदार्थों के दाम 65 फीसदी तक बढ़ गए हैं। इसमें रोजाना इस्तेमाल होने वाली सब्जियों के नाम भी शामिल हैं। सब्जियों की बढ़ती कीमतों की वजह से ज्यादातर घरों की रसोई से अब सब्जियां ही गायब होने लगी हैं। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के मुताबिक, इस दौरान सबसे ज्यादा दाम प्याज, आलू और टमाटर के बढ़े हैं। इसके साथ ही दाल, चावल और खाने-पीने की अन्य वस्तुएं भी काफी महंगी हुई हैं।
एक साल में किस चीज की कितनी हुई कीमत
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की वेबसाइट पर उलपब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले साल 21 जून को चावल की कीमत 40 रुपए प्रति किलोग्राम से बढ़कर 45 रुपए प्रति किग्रा हो गई है जबकि मूंग दाल के दाम 109 रुपए से बढ़कर 119 रुपए पहुंच गए हैं। वहीं मसूर दाल की कीमत 92 रुपए से बढ़कर 94 रुपए हो गई है और चीनी के दाम 43 रुपए से बढ़कर 45 रुपए प्रति किलोग्राम हो गए हैं। वहीं दूध की कीमत 58 रुपए से बढ़कर 59 रुपए प्रति लीटर हो गई है।
वहीं इस दौरान खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। मूंगफली तेल का दाम लगभग स्थिर बने हुए हैं जबकि सरसों का तेल 142 रुपए से घटकर 139 रुपए लीटर पर आ गया है जबकि सोया तेल के दाम 132 से कम होकर 124 रुपए लीटर हो गए हैं। वहीं पाम ऑयल की कीमत 106 रुपए से गिरकर 100 रुपए प्रति लीटर पर आ गए हैं जबकि चाय का भाव 274 रुपए से बढ़कर 280 रुपए प्रति किग्रा हो गया है।
जानें कितनी बढ़ीं सब्जियों की कीमत
वहीं खुदरा बाजारों के आंकड़ों के मुताबिक, सब्जियों की कीमतें भी आसमान पर हैं। बाजार में फूलगोभी 80 रुपए प्रति किग्रा तो खुदरा बाजार में परवल का भाव 60 रुपए प्रति किलोग्राम चल रहा है जबकि लौकी का भाव 60 रुपए प्रति किग्रा हो गया है। वहीं आलू का भाव आलू 22 रुपए से बढ़कर 32 किग्रा हो गया है जबकि प्याज 23 रुपए से बढ़कर 38 रुपए प्रति किग्रा हो गई है। टमाटर के दाम 32 रुपए से चढ़कर 48 रुपए प्रति किग्रा तक पहुंच गए हैं जबकि अरहर दाल का भाव 128 रुपए से बढ़कर 161 रुपए प्रति किग्रा हो गया है जबकि उड़द दाल 112 से 127 रुपए प्रति किग्रा पर पहुंच गई है।