बस्तर
छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे में भारी-बारिश को लेकर चेतावनी दी है, भारी बारिश को लेकर प्रदेश के 14 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, दरअसल छत्तीसगढ़ में मानसून ने दस्तक दे दी है, लेकिन मानसून के बादल छट जाने की वजह से प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश नहीं हो रही है, वहीं केरल के रास्ते बस्तर पहुंचा मानसून आगे बढ़ गया है.
इस वजह से बस्तर संभाग में तेज गर्मी और उमस से लोग परेशान है, लेकिन मौसम विभाग ने अब छत्तीसगढ़ में मानसून के दस्तक देने के बाद भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है, मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ के दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम, खैरागढ़-छुईखदान -गंडई, राजनंदगांव, मानपुर -मोहला -अम्बागढ़ चौकी, बस्तर ,कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर और नारायणपुर जिलो में एक दो स्थानो पर गरज चमक के साथ भारी वर्षा की चेतावनी दी है, साथ ही इन सभी जिलों में अलर्ट रहने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
14 जिलों में भारी बारिश होने की पूरी संभावना
दरअसल पिछले साल की तरह ही इस साल भी छत्तीसगढ़ में मानसून ने काफी देरी से दस्तक दी है ,माना जा रहा था कि 13 जून को छत्तीसगढ़ में मानसून पहुंचेगी ,लेकिन यह सप्ताह भर देरी से पहुंची है, जानकारी के मुताबिक बस्तर से मानसून आगे जरूर बढ़ गया है, लेकिन खंड-खंड वर्षा होने की वजह से तेज गर्मी और उमस से लोग काफी परेशान है, हालांकि अब मौसम विभाग ने पूरी संभावना जताई है कि मानसून के बादल बन गए हैं.
जारी किया गया है येलो अलर्ट जारी
छत्तीसगढ़ के कई जिलों में घने काले बादल भी छाने लगे हैं, और यहां भारी बारिश होने की पूरी संभावना बनी हुई है, मौसम वैज्ञानिक एच.पी चंद्रा का कहना है कि प्रदेश के 14 जिलों में भारी बारिश की संभावनाओं को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है, यहां आगामी 24 घंटे में भारी बारिश हो सकती है, हालांकि उन्होंने पूरे प्रदेश भर में आगामी 27 जून के बाद ही मानसून की बारिश होने का अंदेशा लगाया है, लेकिन फिलहाल इन 14 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी कर दिया है, इधर मौसम विभाग से मिली चेतावनी के बाद इन सभी जिलों के बाढ़ आपदा प्रबंधन की टीम पूरी तरह से सतर्क हो गई है.
बारिश के अलर्ट से किसानों के खिले चेहरे
वही मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे में होने वाली बारिश से सड़कों पर जलभराव के कारण यातायात बाधित होने, भारी बारिश के कारण दृश्यता में कमी और जलभराव की स्थिति उत्पन्न होने की चेतावनी दी है, और पहले से ही सारी व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं, इधर एक तरफ जहां इस बारिश को लेकर खासकर बस्तरवासियो में खासा उत्साह है, वही अपने खेत में धान की बुआई कर चुके किसानों को भी इस बारिश से काफी उम्मीदें हैं.