महोबा/हमीरपुर
उत्तर प्रदेश के महोबा और हमीपुर में बिजली गिरने से कई लोगों की मौत हो गई। महोबा में मौसम का कहर देखने को मिला।अलग-अलग स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने से दो चरवाहों समेत दस बकरियों की दर्दनाक मौत हो गई है। एक महिला सहित तीन लोग घायल हो गए हैं। घायलों को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय भर्ती कराया गया है। वहीं हमीरपुर में घटोई बाबा के स्थान पर आकाशीय बिजली गिरने से दो भाईयों की मौत और कई लोग झुलस गए।
महोबा में पिछले दो से तीन दिनों से लगातार मौसम बदल रहा है। गुरुवार को दोपहर के बाद अचानक मौसम बदलने के बाद प्रकृति का कहर देखने को मिला है। जिले की चरखारी तहसील क्षेत्र के गुढ़ा गांव में चरवाहा हरिकिशन कुशवाहा, सुखलाल अहिरवार और संतराम राजपूत तीनों खेत पर बकरियां चरा थे। अचानक मौसम बिगड़ने पर खेत की मेड़ पर लगे शीशम के पेड़ के नीचे बैठे थे, तभी आकाशीय बिजली गिरने से तीनों चरवाहे उसकी चपेट में आकर अचेत हो गए। जहां सुखलाल और हरिकिशन की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं संतराम को गंभीर हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चरखारी से जिला अस्पताल भेजा गया।
महिला घर के अंदर कर रही थी काम
दूसरी घटना में चरखाई तहसील क्षेत्र के ही गांव सालट में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से महिला वर्षी प्रभा समेत दो लोग अचेत हो गए हैं। आनन-फानन में परिजनों ने उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि प्रभा और मनमोहन अचानक आकाशीय बिजली गिरने से गंभीर रूप से घायल हो गए। बताया जा रहा है कि महिला प्रभा अपने घर में काम कर रही थी।
पशुपालक को सरकारी सहायता दिलाने का दिया आश्वासन
जनपद के कुलपहाड़ कस्बा के कठवरिया मुहाल निवासी पशुपालक भान सिंह कुलपहाड़ से इंदौर रोड पर बन रहे रेलवे अंडर ब्रिज के पास अपनी 11 बकरियों को चराने के लिए ले गया था। इसमें से उसकी 9 बकरियों की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दो बकरियां घायल हो गई हैं। इसी मुहाल के जाहिर सिंह की एक बकरी की भी मौत हो गई है। राजस्व निरीक्षक बदलू प्रसाद व लेखपाल मानवेंद्र सिंह ने मौके पर पहुंचकर पशुपालक को सरकारी सहायता दिलाने का आश्वासन दिया है।
दो भाईयों की हमीरपुर में मौत
हमीरपुर के गांव में युवक के गायब होने पर पवित्र स्थान में दरबार लगा था। आकाशीय बिजली गिरने से दो भाईयों की मौत हो गई और कई लोग झुलस गए। अचानक बारिश के साथ चमकी आकाशीय बिजली चमकी थी। दरबार के पास ही पेड़ के नीचे बैठे लोग इसकी चपेट में आ गए।