नई दिल्ली.
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ओपनर शेफाली वर्मा ने टेस्ट क्रिकेट में इतिहास रच दिया है. शेफाली ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ जारी एकमात्र टेस्ट मैच के पहले दिन दोहरा शतक जड़ा. 20 वर्षीय शेफाली महिला टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज डबल सेंचुरी जड़ने वाली खिलाड़ी बन गई हैं. उन्होंने वीरेंद्र सहवाग की 16 साल पुरानी पारी की याद दिला दी. सहवाग ने भी साउथ अफ्रीका के खिलाफ चेन्नई में ही इतनी ही गेंदों पर दोहरा शतक जड़ा था.
एमए चिदंबरम स्टेडियम में साउथ अफ्रीका (IND w vs SA w) के खिलाफ खेले जा रहे एकमात्र टेस्ट मैच में शेफाली वर्मा (Shafali Verma) ने गजब की बैटिंग की. उन्होंने 194 गेंदों पर दोहरा शतक जड़ा, जिसमें 22 चौके और 8 छक्के जड़े. उन्होंने 113 गेंदों पर अपना शतक जड़ा. शेफाली ने उप कप्तान स्मृति मंधाना के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 292 रन की साझेदारी की जबकि एस शुभा के साथ दूसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़े वहीं जेमिमा रोड्रिग्स के साथ मिलकर 86 रन की साझेदारी की. दाएं हाथ की बैटर शेफाली ने 66 गेंदों पर पचासा पूरा किया वहीं 113 गेंदों पर शतक जड़ा. 158 गेंदों पर शेफाली ने 150 रन पूरे किए.
स्मृति मंधाना ने खेली 149 रन की पारी
शेफाली वर्मा 205 रन बनाकर रनआउट हो गईं. उन्होंने 104 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से रन बनाए. उप कप्तान स्मृति मंधाना ने 161 गेंदों पर 149 रन की पारी खेली जिसमें 27 चौके और एक छक्का शामिल था. भारतीय टीम ने पहली पारी में 500 की ओर अग्रसर है.
सहवाग ने 2008 में चेन्नई में ही साउथ अफ्रीका के खिलाफ किया था धमाका
इसे संयोग ही कहा जाएगा कि आज से ठीक 16 साल पहले वीरेंद्र सहवाग ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ ही चेन्नई में 194 गेंदों पर ही अपना दोहरा शतक पूरा किया था. सहवाग ने तब पहली पारी में 319 रन बनाए थे जिसमें 42 चौके और 5 छक्के शामिल थे. वीरू ने भी उस समय 194 गेंदों पर डबल सेंचुरी जड़ी थी. उन्होंने अपनी डबल सेंचुरी में 32 चौके और 2 छक्के जड़े थे.