पहलगाम/बालटाल
बाबा बर्फानी(Baba Barfani) के दर्शनों के लिए अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) पर निकले तीर्थयात्रियों का पहला जत्था पवित्र गुफा तक पहुंच गया है। पहले जत्थे ने बाबा बर्फानी के दर्शन भी कर लिए हैं। इससे पहले बम-बम भोले के जयकारे के साथ अमरनाथ यात्रा आज पहलगाम और बालटाल से शुरू हुई। शनिवार को बड़े जोश और उत्साह के साथ पहलगाम और बालटाल आधार शिविर से बाबा अमरनाथ की पवित्र गुफा की ओर यात्रा की शुरुआत हुई। भोर से पहले ही भक्त ने यात्रा की तैयारी शुरू कर दी थी। बालटाल और पहलगाम कैंप से शुक्रवार सुबह 4 हजार 603 तीर्थयात्रियों का पहला जत्था गुफा के लिए रवाना हुआ था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पवित्र अमरनाथ यात्रा के शुभारंभ पर सभी तीर्थयात्रियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं. पीएम ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा "पवित्र अमरनाथ यात्रा के शुभारंभ पर सभी तीर्थयात्रियों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं. बाबा बर्फानी के दर्शन और वंदन से जुड़ी यह यात्रा शिवभक्तों में असीम ऊर्जा का संचार करने वाली होती है. उनकी कृपा से सभी श्रद्धालुओं का कल्याण हो, यही कामना है. जय बाबा बर्फानी!
पवित्र अमरनाथ यात्रा के शुभारंभ पर सभी तीर्थयात्रियों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। बाबा बर्फानी के दर्शन और वंदन से जुड़ी यह यात्रा शिवभक्तों में असीम ऊर्जा का संचार करने वाली होती है। उनकी कृपा से सभी श्रद्धालुओं का कल्याण हो, यही कामना है। जय बाबा बर्फानी!
3.50 लाख से ज्यादा लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया
यात्रा अनंतनाग में पारंपरिक 48 किमी लंबे नुनवान-पहलगाम मार्ग और गांदरबल में 14 किलोमीटर छोटे, लेकिन कठिन बालटाल मार्ग से गुजरेगी। श्रद्धालु कश्मीर के अनंतनाग जिले में 3 हजार 880 मीटर ऊंचाई पर स्थित बाबा बर्फानी के दर्शन करेंगे। इस साल अमरनाथ यात्रा के लिए 3.50 लाख से ज्यादा लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। 52 दिवसीय यात्रा 19 अगस्त को खत्म होगी। 26 जून से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है। पिछले साल 4.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों (Devotess) ने गुफा मंदिर में दर्शन किए थे।
बालटाल और पहलगाम पहुंचा यात्रियों का दूसरा जत्था
इसके साथ ही अमरनाथ यात्रियों का दूसरा जत्था शनिवार सुबह जम्मू के बालटाल और पहलगाम बेस कैंप शिविर के लिए रवाना हुआ हो गया है. जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से से पहलगाम बेस कैंप के लिए निकल चुके हैं.
दोनों मार्गों से शुरू हुई यात्रा
52 दिवसीय तीर्थयात्रा 29 जून से शुरू होकर 19 अगस्त यानी रक्षाबंधन तक चलेगी. ये यात्रा शनिवार से दो मार्गों अनंतनाग में पारंपरिक 48 किमी लंबे नुनवान-पहलगाम मार्ग और गांदरबल में 14 किमी छोटे, लेकिन कठिन बालटाल मार्गों से शुरू हो गई है. श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक, शहर के शालीमार इलाके में अपंजीकृत तीर्थयात्रियों के लिए ऑन-द-स्पॉट पंजीकरण केंद्र स्थापित किया गया है. वहीं, पुरानी मंडी स्थित राम मंदिर परिसर में साधुओं के पंजीकरण के लिए एक विशेष शिविर लगाया गया है.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
इस बार अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. जम्मू-कश्मीर पुलिस की सुरक्षा विंग ने जम्मू में अमरनाथ बेस कैंप के आसपास के इलाके में तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं. जम्मू के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ विनोद कुमार के मुताबिक यात्रा के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है. भगवती नगर इलाके में बेस कैंप शिविर के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. जम्मू शहर में लॉजमेंट और रजिस्ट्रेशन सेंटर भी कड़ी सुरक्षा में हैं. भगवती नगर इलाके में बेस कैंप शिविर के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. जम्मू शहर में लॉजमेंट और रजिस्ट्रेशन सेंटर भी कड़ी सुरक्षा में हैं.
24 घंटे होगी बेस कैंप की निगरानी
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि शिविर और उसके आसपास चौबीसों घंटे निगरानी रखने के लिए 360-डिग्री कैमरों सहित बॉडी स्कैनर और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि शिविर और उसके आसपास चौबीसों घंटे निगरानी रखने के लिए 360-डिग्री कैमरों सहित बॉडी स्कैनर और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.