शिमला:
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के साथ 'खेला' हो सकता है। ये दावा पूर्व मुख्यमंत्री नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने किया है। उनका कहना है कि कांग्रेस के 15 से अधिक विधायक उनके संपर्क में हैं। उन्हीं के विधायक कांग्रेस की नाव डुबाने के लिए षड्यंत्र रच रहे हैं। जयराम ठाकुर ने ये दावा नालागढ़ में किया है। वो यहां उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी कृष्ण लाल ठाकुर के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे। जयराम का तीन सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भी जीत का दावा किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होना तय है। बीजेपी हिमाचल में एक बार फिर से सरकार बनाने वाली है।
जयराम के दावे पर कांग्रेस का पलटवार
जयराम के इस दावे पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि भाजपा बार-बार मित्रों की सरकार का राग अलाप रही है। क्या कांग्रेस सरकार में दुश्मनों को स्थान दे दें? उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार में मित्रों को फायदा देने में क्या बुराई है। सरकार ने मित्रों को फायदा दिया है और आगे भी देंगे। सुक्खू सरकार ने 75,000 करोड़ रुपये के कर्ज के साथ 15 माह पहले कार्यभार संभाला था, जिसके लिए भाजपा जिम्मेदार है।
'वो दिन में भी सपना देख रहे'नरेश चौहान ने कहा कि तीनों ही निर्दलीय विधायकों के पास बहुत धनबल है। ऐसे प्रत्याशी ज्यादा पैसा होने के चलते विधानसभा में पहुंच जाते हैं, जो लोकतंत्र के लिए बहुत घातक है। पैसों के बल पर विधानसभा में पहुंचने वाले लोग ठीक नहीं हैं। इस उपचुनाव में जनता ऐसे प्रत्याशियों को सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास अभी 27 और कांग्रेस के पास 38 विधायक हैं, लेकिन नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को कोई समझाए कि उनके पास क्या नंबर गेम है। जयराम ठाकुर अपने विधायकों को जोड़े रखने के लिए मीडिया के माध्यम से सभी को भ्रमित करते रहते हैं। चौहान ने कहा कि वो दिन में भी सपना देख रहे हैं कि अब कांग्रेस सरकार टूटने वाली है। लोकसभा चुनाव में लोकतंत्र मजबूत हुआ है और भाजपा के नेताओं का अहंकार टूटा है और खरीद फरोख्त की सियासत पर लगाम लगा है।