नई दिल्ली
11 साल के आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को खत्म कर भारत ने शनिवार 29 जून को टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता। रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम इंडिया ने फाइनल में साउथ अफ्रीका को 7 रनों से हराकर ट्रॉफी उठाई। हालांकि रोहित शर्मा की एक गलती ने भारत को मुश्किल में डाल दिया था और उस समय ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया के हाथ से ट्रॉफी फिसल ही गई है, मगर तब जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या और सूर्यकुमार यादव ने मिलकर टीम को संभाला और भारत ने 17 साल बाद टी20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया। फाइनल में भारत ने साउथ अफ्रीका को 177 रनों का टारगेट दिया था, जिसके सामने अफ्रीकी टीम 169 रन ही बना पाई।
रोहित शर्मा से फाइनल में गतली यह हो गई थी कि बारबाडोस में तेज गेंदबाजों को सपोर्ट करती पिच पर भी उन्होंने स्पिनर्स के ओवर पूरे कराने का सोचा। कुलदीप यादव ने 14वें ओवर से 14 रन खर्चे थे। तब साउथ अफ्रीका को आखिरी 6 ओवर में 54 रनों की दरकार थी। हार्दिक के तीन, बुमराह के दो और अर्शदीप का एक ओवर बाकी थी, मगर रोहित शर्मा अक्षर पटेल के पास गए और उनकी यह चाल टीम इंडिया पर ही भारी पड़ गई।
अक्षर पटेल के इस ओवर में हेनरिक क्लासेन ने जमकर कुटाई की और कुल 24 रन बटोरे। एक समय पर जब साउथ अफ्रीका को 36 पर 54 रन चाहिए थे तो मैच भारत की तरफ थोड़ा झुका हुआ था, मगर इस ओवर के बाद जब इक्वेशन 30 पर 30 की आई तो लगा भारत के हाथ से मैच और ट्रॉफी दोनों फिसल गई है। मगर इसके बाद असली खेल शुरू हुआ। रोहित शर्मा को अपनी इस गलती का अहसास जल्दी हुआ। उन्होंने बुमराह को अंतिम ओवरों के लिए रोकने के बजाय उनसे 16वां और 18वां ओवर करवाया। बुमराह ने इन दो ओवर में क्रमश: 4 और 2 रन खर्च कर मार्को जेनसन का विकेट चटकाया। वहीं हार्दिक पांड्या ने 17वें ओवर में क्लासेन को आउट कर मात्र 4 रन खर्च किए, ये गेम चेंजिंग ओवर साबित हुआ।
जब किसी टीम को 30 गेंदों पर 30 रन चाहिए हो और हाथ में 6 विकेट हो तो उनके लिए जीत दर्ज करना आसान होता है, मगर वर्ल्ड कप सबसे बड़ी 'चोकर्स' टीम साउथ अफ्रीका के लिए नहीं। साउथ अफ्रीका ने अंतिम क्षणों में एक बार फिर बताया कि उन्हें दुनिया की सबसे बड़ी चोकर्स टीम क्यों कहा जाता है।
बुमराह के दो ओवर को डिफेंड करते-करते साउथ अफ्रीका ने भारत को मैच में वापसी का तगड़ा मौका दिया। 19वें ओवर में अर्शदीप ने शानदार गेंदबाजी कर मात्र 4 रन खर्च किए। वहीं हार्दिक पांड्या ने आखिरी ओवर में 16 रन डिफेंड किए।हार्दिक पांड्या के 20वें ओवर की पहली गेंद पर सूर्यकुमार यादव ने लॉन्ग ऑफ पर जो डेविड मिलर का कैच पकड़ा वो भी मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ, अगर उस मौके पर मिलर को 6 रन मिलते तो मैच किसी भी दिशा में जा सकता था, मगर सूर्या के कैच ने भारत की जीत की पुष्टी की।