वॉशिंगटन.
दुनिया पहले ही दो युद्धों से जूझ रही है, अब एक और संघर्ष की आहट ने चिंता बढ़ा दी है। दरअसल इस्राइल और हिजबुल्लाह के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। दोनों तरफ से हमले बढ़े हैं और ऐसी आशंका है कि दोनों पक्ष पूर्ण युद्ध का एलान कर सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो मध्य पूर्व में संघर्ष बढ़ने का खतरा पैदा हो जाएगा। इसे लेकर पूरी दुनिया में चिंता है। हालात को देखते हुए अमेरिका ने भी इस्राइल के समर्थन में अपना युद्धपोत भूमध्य सागर भेज दिया है।
गौरतलब है कि ईरान समर्थित हिजबुल्लाह, इस्राइल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से ही इस्राइल पर लगातार हमले कर रहा है। इस्राइल ने भी इन हमलों का जवाब दिया है। हालांकि बीते कुछ दिनों से दोनों तरफ से हमले बढ़े हैं। दरअसल इस्राइल के हमले में हिजबुल्लाह के एक शीर्ष कमांडर की मौत के बाद हिजबुल्लाह ने भी जवाबी कार्रवाई में इस्राइल पर बड़ी संख्या में रॉकेट और मिसाइलें दागीं। इस्राइल ने संकेत दिए हैं कि हमास के खिलाफ अभियान समाप्त होने के बाद वह लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
इस्राइल हमास शांति वार्ता अटकी
इस्राइल और हमास के बीच शांति वार्ता भी अटकी हुई है। शांति वार्ता से उम्मीद थी कि इससे इस्राइल और हिजबुल्लाह के बीच भी शांति हो सकती है, लेकिन वार्ता के अटकने से तनाव लगातार बढ़ रहा है। हमास बंधकों को छोड़ने के एवज में स्थायी युद्धविराम की मांग कर रहा है, जबकि इस्राइल ने स्थायी युद्धविराम से इनकार कर दिया है। अमेरिका और यूरोपीय देश हिजबुल्लाह को चेतावनी दे रहे हैं कि अगर उसने इस्राइल के खिलाफ युद्ध छेड़ा तो उसे गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। हिजबुल्लाह को हमास की तुलना में ज्यादा मजबूत माना जाता है, लेकिन अमेरिका ने हिजबुल्लाह को चेताया है कि उसे अतिआत्मविश्वास का शिकार नहीं होना चाहिए और इस्राइल पर हमले से बचना चाहिए। एक अमेरिकी राजनयिक ने कहा है कि हिजबुल्लाह को ये संदेश भेज दिया गया है।
बढ़ते तनाव पर संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता
इस्राइल और हिजबुल्लाह के बीच बढ़ते संघर्ष से संयुक्त राष्ट्र भी चिंतित है और संयुक्त राष्ट्र में मानवीय मदद के प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ ने कहा कि अगर इस्राइल और हिजबुल्लाह के बीच युद्ध होता है तो वह सर्वविनाशकारी साबित हो सकता है। यह युद्ध लेबनान के लिए त्रासदी साबित होगी। अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने हाल ही में इस्राइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट से पेंटागन में मुलाकात की। इस मुलाकात में ऑस्टिन ने कहा कि इस्राइल हिजबुल्लाह के बीच की लड़ाई आसानी से पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र में फैल सकती है। कई जानकारों का मानना है कि अगर हिजबुल्लाह, इस्राइल पर हमला करता है कि क्षेत्र के अन्य विद्रोही संगठन भी उसके साथ आ सकते हैं। यूरोप को डर है कि अगर ऐसा हुआ तो इससे शरणार्थी समस्या बढ़ेगी और बड़ी संख्या में लोग शरण के लिए यूरोपीय देशों का रुख कर सकते हैं। ऐसे में यूरोपीय देश और अमेरिका हालात को सामान्य करने की कोशिश कर रहे हैं।
इस्राइली विदेश मंत्री ने ईरान को दी धमकी
इस्राइल के विदेश मंत्री इजरायल कैट्ज ने शनिवार को कहा कि ईरान के 'विनाशकारी युद्ध' के संदेश ने उसे विनाश के मुहाने पर खड़ा कर दिया है। कैट्ज ने एक्स पर साझा एक पोस्ट में कहा, 'जो शासन विनाश की धमकी देता है, उसे नष्ट कर दिया जाना चाहिए।' उन्होंने यह भी कहा कि अगर ईरान समर्थित हिजबुल्लाह लेबनान से इस्राइल पर गोलीबारी बंद नहीं करता है, तो इस्राइल उसके खिलाफ पूरी ताकत से कार्रवाई करेगा। बता दें कि ईरान के संयुक्त राष्ट्र मिशन ने शुक्रवार को कहा कि अगर इजरायल लेबनान में 'पूरी तरह से सैन्य आक्रमण करता है, तो विनाशकारी युद्ध शुरू हो जाएगा।'