ब्रिजटाउन
हार्दिक पंड्या गरिमा से जीने में भरोसा करते हैं और आईपीएल में मुंबई इंडियंस के कप्तान के तौर पर उनकी नाकामी के बाद काफी कुछ कहने वाले ऐसे लोगों से भी उन्हें कोई गिला नहीं है जो उन्हें एक प्रतिशत भी नहीं जानते। आईपीएल में रोहित शर्मा की जगह मुंबई इंडियंस के कप्तान बने हार्दिक को उनकी अपनी टीम के प्रशंसकों की हूटिंग झेलनी पड़ी। मुंबई प्लेआफ में जगह नहीं बना सका और बतौर कप्तान तथा खिलाड़ी उन पर सवाल उठाये गए।
विश्व कप में हरफनमौला प्रदर्शन से हालांकि उन्होंने सभी को खामोश कर दिया। उन्होंने खिताब जीतने के बाद कहा, ‘‘मैं गरिमा में विश्वास करता हूं। जो लोग मुझे एक प्रतिशत भी नहीं जानते, उन्होंने इतना कुछ कहा। लोगों ने बोला लेकिन कोई बात नहीं। मेरा हमेशा मानना है कि शब्दों से जवाब नहीं देना चाहिये, हालात जवाब दे देते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘खराब समय हमेशा नहीं रहता। गरिमा बनाये रखना जरूरी है, चाहे आप जीतें या हारें।’’ हार्दिक ने कहा, ‘‘प्रशंसकों और सभी को यह सीखना होगा (शालीनता से रहना)। हमें बेहतर आचरण रखना चाहिये। मुझे यकीन है कि अब वे ही लोग खुश होंगे।’’
हार्दिक ने आखिरी ओवर में दक्षिण अफ्रीका को 16 रन नहीं बनाने दिये। उन्होंने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो मुझे मजा आ रहा था। बहुत कम लोगों को ऐसे जिंदगी बदलने वाले मौके मिलते हैं। यह दांव उलटा भी पड़ सकता था लेकिन मैं आधा भरा गिलास देखता हूं, आधा खाली नहीं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं दबाव नहीं ले रहा था और अपने कौशल पर भरोसा था। यह पल हमारी किस्मत में लिखा था।’’ अगला टी20 विश्व कप भारत में है और हार्दिक कप्तान हो सकते हैं लेकिन वह इतने आगे की नहीं सोच रहे।
उन्होंने कहा, ‘‘2026 में काफी समय है। मैं रोहित और विराट के लिये बहुत खुश हूं। भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गज जो इस जीत के हकदार थे। उनके साथ इस प्रारूप में खेलने में मजा आया। उनकी कमी खलेगी लेकिन इससे बेहतर विदाई नहीं हो सकती थी।’’