खैरथल
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को राजस्थान के अलवर जिले के कोटकासिम के लाडपुर में आयोजित संत समागम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने प्रसिद्ध बाबा सोमनाथ मंदिर में आयोजित तृतीय आठमान के विशाल भंडारा में भी हिस्सा लिया।
देशभर से यहां आए संतजनों का अभिवादन करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नाथ संप्रदाय भारत के सनातन धर्म का महत्वपूर्ण पंथ है। हमारे सभी कार्यक्रम सनातन धर्म के आराध्य देवों, ऋषि-मुनियों, सिद्धों और संतों के प्रति समर्पित होते हैं। हमारा सनातन धर्म ही भारत की आत्मा है। सनातन धर्म और भारत एक दूसरे के पूरक हैं। भारत मजबूत होगा तो सनातन धर्म भी मजबूत होगा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मैं नाथ पंथ में दीक्षित महाराज भर्तृहरि की पावन साधना स्थली इस लाडपुर गांव में प्रतिष्ठित संत बाबा सोमनाथ जी की 24वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित भंडारा कार्यक्रम में शामिल हो रहा हूं। हमारे पूज्य संतों की साधना, समर्पण और लोककल्याण के कार्यक्रम सनातन धर्म और भारत को मजबूती देने के लिए होते हैं।
सिद्ध संत योगी खेतानाथ महाराज और उनके शिष्य पूज्य संत महंत सोमनाथ ने अपना पूरा जीवन लोक कल्याणकारी कार्यों के लिए समर्पित किया था। उनकी साधना सनातन धर्म और अनुयायियों के लिए थी। राजस्थान भक्ति और शक्ति की भूमि है। अरावली की पहाड़ियों में अनेकानेक संतों ने लोक कल्याण के लिए साधना की। योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन में उपस्थित तिजारा के सभी भक्तजनों का इस बात के लिए भी अभिनंदन किया कि उन सभी ने विधानसभा चुनाव में यहां से महंत बालकनाथ को जीत दिलाई।
इस अवसर पर उन्होंने बाबा अभयनाथ और बाबा करतारपुरी की प्रतिमाओं का भी अनावरण किया। संत समागम में राजस्थान के पर्यावरण एवं वन मंत्री संजय शर्मा, तिजारा के विधायक बाबा बालकनाथ सहित षड्दर्शन संप्रदाय से जुड़े संतजन और भक्तजन बड़ी संख्या में मौजूद रहे।