देवरिया
देवरिया में जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह के खिलाफ वकीलों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। वकीलों का धरना प्रदर्शन सोमवार को भी जारी रहा। सिविल कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सिंहासन गिरी से तकरार के बाद आक्रोशित वकीलों ने हड़ताल के 13 वें दिन डीएम की प्रतीकात्मक शव यात्रा निकाली और पुतला फूंक कर विरोध व्यक्त किया। इस दौरान भारी पुलिस फोर्स भी मौजूद रही लेकिन वकीलों को रोकने की कोई कोशिश नहीं की गई।
सिंहासन गिरी और कलक्ट्रेट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय मिश्रा के नेतृत्व में सैकड़ों वकीलों ने जिलाधिकारी के खिलाफ नारेबाजी की और उनके तबादले की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। वकीलों ने डीएम के पुतले को लिटाकर कचहरी परिसर में घुमाया और सिविल लाइन रोड पर पुतले का दहन किया। गिरी ने कहा कि जबतक जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह का यहाँ से स्थानान्तरण और उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है, तब तक वकील अपना आन्दोलन जारी रखेंगे।
क्या है पूरा मामला
देवरिया में जमीन पैमाइश को लेकर अधिवक्ताओं और जिलाधिकारी में 19 जून को नोकझोंक हो गई थी। बरहज तहसील क्षेत्र के पुरैना शुक्ल के रहने वाले अधिवक्ता जयशिव शुक्ल के खेत के कुछ हिस्से में पीडब्ल्यूडी की सड़क का निर्माण हो गया था। इसी मामले को लेकर जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सिंहासन गिरी जिलाधिकारी के चेंबर में गए थे। खेत में बनी सड़क को पैमाइश कर हटाने की बात को लेकर सिंहासन गिरी और जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह के बीच बातचीत के दौरान ही बहस होने लगी। इसी दौरान मामला नोंकझोक तक पहुंच गया था।
काफी संख्या में अधिवक्ता जिलाधिकारी चेंबर के पास पहुंच गए और हंगामा करने लगे। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सिंहासन गिरी ने आरोप लगाया कि जिलाधिकारी को मेरे पद की जानकारी होने के बाद भी मेरे साथ उन्होंने अभद्रता की। उनसे माफी मांगने की बात कही गई लेकिन इनकार कर दिया है। जब तक वह माफी नहीं मागेंगे अधिवक्ता उनकी एक नहीं सुनेंगे।