इससे पहले टीसीएस ने 2017 में 16 हजार करोड़ रुपये के शेयरों को बाजार से खरीदा था. 2018 में भी इतने ही करोड़ रुपये के शेयर कंपनी ने बाजार से खरीदे थे.
देश की दिग्गज आईटी कंपनी टीसीएस बुधवार को अपने तीसरे शेयर बाय-बैक पर विचार करेगी. जिन शेयर होल्डरों के पास टीसीएस के शेयर उन्हें खासा मुनाफा हो सकता है. टीसीएस की ओर से बायबैक पर विचार करने की खबरों के बाद सोमवार को इसके शेयरों में भारी उछाल देखने को मिला.
टीसीएस के शेयर उछले
सोमवार को इस खबर के बाद इसके शेयर छह फीसदी उछल गए, जबकि निफ्टी आईटी का इंडेक्स 3 फीसदी ही ऊपर चढ़ सका. टीसीएस का मार्केट कैपिटलाइजेशन इस वक्त 10.05 लाख करोड़ रुपये है. रिलायंस इंडस्ट्रीज पहली ऐसी लिस्टेड कंपनी है, जिसने टीसीएस को मार्केट कैपिटलाइजेशन में पछाड़ा है. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का मार्केट कैपिटलाइजेशन 14.6 लाख करोड़ रुपये है.इस वित्त वर्ष में बाय-बैक का ऐलान करने वाली टीसीएस पहली टेक्नोलॉजी कंपनी है. 20 मार्च को इसका कैश रिजर्व 73,993 करोड़ रुपये का था.
कोई भी लिस्टेड कंपनी 12 महीने में सिर्फ एक बार बाय-बैक कर सकती है. इससे पहले टीसीएस ने 2017 में 16 हजार करोड़ रुपये के शेयरों को बाजार से खरीदा था. 2018 में भी इतने ही करोड़ रुपये के शेयर कंपनी ने बाजार से खरीदे थे. 2017 में इसने निवेशकों को एक शेयर के लिए 2,850 रुपये दिए थे. वहीं 2018 में 2,100 रुपये दिए थे. दोनों बार बायबैक कंपनी की मार्केट वैल्यू से प्रीमियम पर किया गया था.
कुछ और आईटी कंपनियां कर सकती हैं शेयर बायबैक
आईसीआईसीआई डायरेक्ट के एक नोट में कहा गया है कि टीसीएस 20 हजार करोड़ रुपये के शेयरों को बाजार से खरीद सकती है. यह इसके मार्केट कैपिटलाइजेशन का दो फीसदी है. इस बायबैक को आईटी सेक्टर के अच्छे भविष्य का संकेत माना जा रहा है. विश्लेषकों का मानना है कई और आईटी कंपनियां बायबैक कर सकती हैं. ज्यादातर आईटी कंपनियों के पास बड़ा कैश रिजर्व है, लिहाजा निवेशकों को डिविडेंड मिल सकता है या फिर शेयर बायबैक का विकल्प भी उनके सामने रखा जा सकता है.