वॉशिंगटन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने स्वीकार किया है कि वह डोनाल्ड ट्रंप के साथ टीवी डिबेट के दौरान मंच पर लगभग सो ही गए थे। उन्होंने यह भी मान लिया है कि ट्रंप के मुकाबले डिबेट उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं था। इस बीच यह मांग भी बढ़ने लगी है कि वह राष्ट्रपति चुनाव से अपना नाम वापस ले लें और कमला हैरिस को उनकी जगह पर मौका दिया जाए। कमला हैरिस भारतीय मूल की अमेरिकी नेता हैं, जिनके पास डेमोक्रेटिक पार्टी में बड़ा समर्थन है। वहीं जो बाइडेन का कहना है कि वह डिबेट से पहले लगातार दो सप्ताह तक यूरोप समेत दुनिया के कई हिस्सों में गए थे।
इसका असर उनकी सेहत पर पड़ा और थकान अनुभव कर रहे थे। इसी वजह से वह मंच पर लगभग सो गए थे। वर्जीनिया में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने यह बात स्वीकार की। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मैं बहुत स्मार्ट नहीं हूं। बाइडेन ने कहा कि दो सप्ताह में मैं न जाने कितने टाइम जोन में गया। 81 साल के जो बाइडेन ने कहा कि डिबेट में कमजोर रहने के पीछे यह मेरी सफाई है। इसे लेकर मैं किसी तरह की छूट नहीं चाहता। वाइट हाउस के कर्मचारियों ने बाइडेन की सेहत के बारे में बताते हुए कहा था कि वह डिबेट में शामिल होने के दौरान सर्दी के शिकार थे। इसी के चलते वह पूरे मन से डिबेट में शामिल नहीं हो सके।
वहीं बाइडेन ने स्टाफ से अलग कारण बताते हुए कहा कि वह फ्रांस गए थे। इटली में जी-7 समिट का हिस्सा थे। इसके अलावा कई आयोजनों में गए थे और इसकी वजह से थके हुए थे। उन्होंने कहा कि मेरा स्टाफ तो लगातार कह रहा था कि इतनी यात्राएं न करूं, लेकिन मैंने उनकी बात को अनसुना कर दिया था। अंत में डिबेट के दौरान थकान का अनुभव लेने लगा। ऐसी स्थिति हुई कि डिबेट के दौरान मंच पर ऐसी स्थिति हो गई थी कि मैं लगभग सो चुका था। उनकी इस स्वीकारोक्ति के चलते अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच मंथन तेज हो गया है।
जो बाइडेन के बेटे से भी नाखुश हैं डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता
बाइडेन के खिलाफ उनकी पार्टी में माहौल बन रहा है। बीच में तो यह कयास भी लगे कि खुद बाइडेन अपना नाम वापस लेने की सोच रहे हैं। लेकिन उन्होंने इसे खारिज किया है और कहा कि मैं नेतृत्व करूंगा और हम जीत हासिल करेंगे। खबर है कि डेमोक्रेटिक पार्टी में कुछ लोग बाइडेन के बड़े बेटे हंटर बाइडेन के वाइट हाउस के मामलों में दखल देने से भी नाराज हैं।