हाथरस
निर्भया केस में आरोपियों के वकील एपी सिंह अब सूरजपाल जाटव उर्फ भोले बाबा का केस लड़ेंगे। हाथरस में बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई। इस पर भोले बाबा के वकील ने दावा किया कि भगदड़ मचने से पहले ही भोले बाबा कार्यक्रम स्थल से चले गए थे। उन्होंने कहा कि हादसे के बाद हमारे स्वयंसेवक और अनुयायी यह समझाने में असफल रहे कि घटना का कारण क्या था।
वकील एपी सिंह ने कहा, सत्संग में भगदड़ के पीछे असामाजिक तत्व थे। यह सब एक योजना के तहत किया गया है और इसकी जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, भोले बाबा मंगलवार की भगदड़ की जांच में प्रशासन और पुलिस को सहयोग करने के लिए भी तैयार हैं व उन्होंने पूरे मामले की जांच की मांग की है। एफआईआर में किए गए दावों और प्रारंभिक रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर शीर्ष अदालत के वकील ने कहा, नारायण साकार हरि कभी भी अनुयायियों को अपने पैर नहीं छूने देते। ‘चरण रज का उल्लेख झूठ है। ऐसी हरकत का कोई वीडियो या तस्वीर नहीं है। एपी सिंह ने कहा कि वह बाबा भोले का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और सिकंदर राऊ पुलिस थाना क्षेत्र के फुलराई गांव में आयोजित सत्संग के मुख्य आयोजक थे। भगदड़ के संबंध में दर्ज प्राथमिकी में नारायण साकार हरि का आरोपी के रूप में उल्लेख नहीं किया गया है।