लंदन
उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए हादसे के बाद इसका आयोजक भोले बाबा देश से लेकर दुनिया भर में सुर्खियां बना हुआ है। इस बीच ब्रिटेन में एक भारतीय बाबा के काले कारनामों ने सनसनी मचा दी है। ब्रिटेन के कोवेंट्री में भारतीय मूल के एक धर्मगुरु पर महिला भक्तों ने दशकों तक हवस का शिकार बनाने का आरोप लगाया है। 68 साल के बाबा राजिंदर कालिया दावा करता था कि वह 'जिंदा भगवान' है, लेकिन उसकी शिकार हुई महिलाओं का कहना है कि वह वास्तव में 'छिपा हुआ शैतान' है। राजिंदर कालिया पर आरोप है कि एक तरफ वह मंदिर के सदस्यों को अपने प्रवचन और कथित चमत्कार दिखाकर ये विश्वास दिला रहा था कि वह भगवान का अवतार है, उसी दौरान वह छोटी लड़कियों से लेकर महिलाओं का शोषण कर रहा है। बाबा का ढोंग रचाने वाले राजिंदर कालिया के खिलाफ उसी की 4 पूर्व महिला शिष्य सामने आई हैं, जिन्होंने बाबा के ऊपर दशकों तक उनका यौन शोषण और बलात्कार करने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही तीन अन्य महिलाओं ने आर्थिक रूप से उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
धर्म को चोला पहनकर अपनी ही महिला भक्तों को हवस का शिकार बनाने वाले एक भारतीय मूल के ढोंगी बाबा पर ब्रिटेन के हाई कोर्ट में मुकदमा दायर किया गया है। कथित धर्मगुरु राजिंदर कालिया पर पर उसकी ही पूर्व शिष्याओं ने रेप और यौन उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए लाखों पाउंड की मांग की है। राजिंदर कालिया खुद को धरती पर भगवान बताता था, लेकिन उसके ऐसे कारनामे सामने आए हैं कि हैवान कहना भी कम होगा। 68 वर्षीय राजिंदर कालिया पर इंग्लैंड के कोवेंट्री के एक मंदिर में आने वाली महिलाओं और छोटी बच्चियों को अपनी हवस का शिकार बनाने का आरोप है। कालिया अपने अपने प्रवचन के दौरान कथित रूप से चमत्कार दिखाकर महिला भक्तों को अपने प्रभाव में लाता था और फिर उन्हें अपना शिकार बनाता था।
भारतीय मूल की हैं सभी पीड़ित
कालिया पर आरोप लगाने वाले सभी दावेदार भारतीय मूल के हैं और उन्होंने दो साल पहले एक कानूनी लड़ाई जीती थी, जब एक जज ने मामले को सुनवाई के लिए आगे बढ़ने की अनुमति दी थी। जज डिप्टी मास्टर रिचर्ड ग्रिमशॉ ने जून 2022 में अपनै फैसले में कहा था कि इस मामले में कई ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर विचार किया जाना है। इनमें से कई तथ्यात्मक मुद्दे आपस में जुड़े हुए हैं कि किस तरह प्रतिवादी (कालिया) ने उन पर दबाव बनाकर अपना नियंत्रण स्थापित किया।
खुद को बताता है चमत्कारी
पंजाब में पैदा हुआ राजेंद्र कालिया खुद को बाबा बालक नाथ की कृपा बताता है। कोर्ट में सुनवाई के दौरान बताया गया कि भारत में किशोरावस्था के दौरान कालिया का पैर टूट गया था। डॉक्टरों ने उसे बताया था कि वह कभी चल नहीं पाएगा। दावा किया गया कि इसके बाद हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में बाबा बालकनाथ की जन्मस्थली देओतसिद्ध जाने के बाद वह अचानक से बिना बैसाखी के चलने लगा। उसने बताया कि यह चमत्कार था और इस बात से उसकी आस्था बाबा बालकनाथ में और बढ़ गई।
ब्रिटेन में पहुंचकर खड़ा किया भक्तों का साम्राज्य
1977 में राजिंदर कालिया ब्रिटेन पहुंचा और 1983 में उसने अपने घर से ही प्रवचन शुरू किया। धीरे-धीरे उसके भक्तों की संख्या बढ़ने लगी। उसने कोवेंट्री में कुछ जमीन खरीदी और साल 1986 में बाबा बालकनाथ के मंदिर की स्थापना की। अपना मंदिर बना लेने के बाद उसने अपने भक्तों को ये विश्वास दिलाना शुरू किया कि वह धरती पर भगवान का अवतार है। इसके लिए उसने कथित चमत्कारों का सहारा लेना शुरू किया, जिसे देखकर उसके भक्त यकीन करने लगे।
1320 बार बनाया हवस का शिकार
ब्रिटिश न्यूज पोर्टल द सन की रिपोर्ट के अनुसार, राजिंदर कालिया पर केस करने वाली महिलाओं के वकील मार्क जोन्स ने कहा, 'यह एक असामान्य मामला है। दावेदारों का आरोप हैं कि वे दशकों से कालिया के करिश्माई और शक्तिशाली व्यक्तित्व के पूरी तरह अधीन थे। उन्होंने कथित चमत्कारों के माध्यम से खुद को भगवान के रूप में दिखाया। जब वो हवस का शिकार बनाता था तो पीड़ित खुद उसका विरोध करने में असमर्थ पाती थीं।' एक महिला ने रोते हुए अदालत को बताया कि आश्रम में काम करने के 22 साल के दौरान उसके साथ कम से कम 1320 बार बलात्कार किया गया।
एक अन्य पीड़िता ने कहा कि बाबा कालिया ने 13 साल की उम्र से उसका शोषण शुरू कर दिया था और 21 साल की उम्र में एक होटल में ले जाकर उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। ये होटल बाबा कालिया ने खुद ही बुक किया था। महिला ने अदालत को बताया कि पुलिस के पास के जाने के बाद उसे तेजाब से मारने की धमकी दी गई। बाद में उसे बाल शोषण के लिए गलत तरीके से गिरफ्तार कर लिया गया। एक अन्य महिला ने दावा किया कि 13 साल की उम्र में उसके साथ रेप किया गया जबकि चौथी महिला ने आरोप लगाया कि चार साल की उम्र से बाबा उसे गलत तरीके से चूमता था।
कालिया ने आरोपों पर क्या कहा?
राजिंदर कालिया ने एक बयान में कहा, 'मेरे खिलाफ किए जा रहे दावों से मैं डरा हुआ हूं। वे स्पष्ट रूप से झूठे और हैरान करने वाले हैं। मेरा हमेशा से मानना रहा है कि सभी को अपनी बात कहने का अधिकार दिया जाना चाहिए। इस अधिकार का उपयोग केवल निष्पक्ष और जिम्मेदारी से किया जाना चाहिए।' कालिया ने आगे कहा कि 'मुझे अपने समुदाय के भीतर मुझे नुकसान पहुंचाने की एक बड़ी साजिश का आभास हो रहा है। सच्चाई जल्द ही सामने आ जाएगी। तब तक मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने इस चुनौतीपूर्ण समय में मेरा और मेरे परिवार का साथ दिया है।' कालिया के खिलाफ मामले की सुनवाई पिछले सप्ताह रॉयल कोर्ट ऑफ जस्टिस में शुरू हुई थी, जिसके अगले सप्ताह खत्म होने की उम्मीद है। मामले में आने वाले महीनों में फैसला आ सकता है।