कोलकाता
बंगाल सरकार ने राज्य में सामूहिक पिटाई की एक के बाद एक सामने आ रहीं घटनाओं पर चिंता जताते हुए इसकी रोकथाम को 11-सूत्री दिशानिर्देश जारी किए हैं। मालूम हो कि हाल के दिनों में सिलसिलेवार तरीके से हुईं इन घटनाओं में अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसे लेकर पुलिस विभाग की भूमिका से बेहद नाराज हैं। जारी दिशानिर्देशों में लोगों को कानून अपने हाथों में नहीं लेने के प्रति जागरूक करने, सामूहिक पिटाई पर लगाम कसने के लिए ग्रामीण पुलिस व सिविल वालंटियरों का अधिक से अधिक इस्तेमाल करने व स्थानीय क्लबों की मदद लेने की बात कही गई है।
पुलिस को अफवाहों पर कड़ी नजर रखने को कहा गया
पुलिस को इंटरनेट मीडिया के माध्यम से फैलने वालीं अफवाहों पर कड़ी नजर रखने को कहा गया है। महिलाओं पर होने वाले अपराधों से सख्ती से निपटने को कहा गया है। ऐसे मामलों में अविलंब कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
पिटाई में मारे गए लोगों के परिवार को दो लाख देने की घोषणा
राज्य सरकार की ओर से सामूहिक पिटाई में मारे गए लोगों के परिवार को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता व परिवार के एक सदस्य को होम गार्ड की नौकरी देने की गत मंगलवार को घोषणा की गई थी। मालूम हो कि कोलकाता, पूर्व बर्धमान, जलपाईगुड़ी, नदिया, झाडग्राम और उत्तर 24 परगना जिलों में कहीं बच्चा व मोबाइल चोरी के संदेह में तो कहीं कर्ज नहीं चुकाने पर जमकर पिटाई की गई।