नैनीताल
मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश की चेतावनी के बाद नैनीताल के स्कूल 5 जुलाई को भी बंद हैं. उत्तराखंड के नैनीताल में मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश की चेतावनी जारी किए जाने के बाद शुक्रवार को सभी स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया गया है.
मौसम विभाग ने शुक्रवार और शनिवार को नैनीताल जिले के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश के साथ गरज और बिजली गिरने की भविष्यवाणी की है. नैनीताल के जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी आदेश के अनुसार, पूर्वानुमान के मद्देनजर, जिले में कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त और निजी स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र शुक्रवार को भी बंद रहेंगे.
जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट को देखते हुए 5 जुलाई (शुक्रवार) को जनपद नैनीताल क्षेत्र अंतर्गत आने वाले सभी शासकीय, अर्द्धशासकीय और निजी विद्यालय (कक्षा 01 से 12 तक संचालित समस्त शैक्षणिक संस्थाएं) समेत सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों को शैक्षणिक कार्यों हेतु बंद करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि आदेशों का पालन नहीं किया गया, तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. प्रशासन ने सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को सतर्क रहने के सख्त निर्देश दिए हैं.
मौसम विभाग देहरादून की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार 5 और 6 जुलाई को जनपद नैनीताल में कुछ जगह पर भारी बारिश और कहीं-कही गर्जन के साथ-साथ आकाशीय बिजली चमकने की संभावना व्यक्त की गई है. भारी बारिश के चलते कई जगहों पर जबरदस्त जलभराव हुआ, जिसके कारण लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लंबे जाम ने लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं.
बता दें कि गुरुवार (4 जुलाई 2024) को IMD की ओर से उत्तराखंड में भारी बारिश की चेतावनी के बाद दो जिलों उधमसिंह नगर और नैनीताल के सभी स्कूलों की छुट्टी कर दी गई थी. पौड़ी, अल्मोड़ा, नैनीताल और उधमसिंह नगर जिले में 4 जुलाई को स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया था. जिला प्रशासन की ओर से जारी निर्देश में कहा गया था कि मौसम विज्ञान विभाग की ओर से गुरुवार को भारी बारिश का अंदेशा जताने के साथ ही 'रेड अलर्ट' जारी किया गया है. ऐसे में छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दोनों जिलों में आंगनबाड़ी केंद्रों के साथ कक्षा 12वीं तक के सभी सरकारी, अशासकीय और प्राइवेट स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है. अपर जिलाधिकारी की ओर से कहा गया कि आदेश का उल्लघंन करने वाले स्कूलों को खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है.