भोपाल
भोपाल के जंबूरी मैदान में सीएम ने 'एक पेड़ मां के नाम' के तहत आंवला का पौधा लगाया।मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल के जंबूरी मैदान में शनिवार को आंवले का पौधा रोपा। इसी के साथ उन्होंने 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान की शुरुआत की। उन्होंने कहा, 'पूरे प्रदेश में 5.5 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे।' भोपाल में ही 12 लाख पौधे लगाए जाने हैं।
जंबूरी मैदान में हुए कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, मंत्री विश्वास सारंग, कृष्णा गौर, राज्यमंत्री राधा सिंह, विधायक रामेश्वर शर्मा, भगवान दास सबनानी, महापौर मालती राय, जिला अध्यक्ष सुमित पचौरी भी मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि अभियान जन सहयोग से सफल होगा। अभियान के लिए जन भागीदारी जुटाई जा रही है। प्रदेश के दो बड़े नगरों में अभियान से अनेक संगठन जुड़ रहे हैं, जहां इंदौर जिले में 51 लाख पौधे लगाने का संकल्प लिया गया है। वहीं राजधानी भोपाल में जिले के विभिन्न स्थानों पर एक दिन में 12 लाख पौधे रोपे जाएंगे।
भोपाल जिले में 12 हजार पौधे मां के सम्मान में लगाए जाएंगे। शेष पौधे भी विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर लगेंगे। भोपाल में राष्ट्रवादी विचारक, शिक्षाविद और भारतीय जनसंघ के संस्थापक डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर छह जुलाई को अभियान के अंतर्गत पौधे लगाने का कार्य शुरू किया जाएगा।
हरियाली महोत्सव के तहत आयोजित इस वृहद पौधारोपण कार्यक्रम में जंबूरी मैदान पर कुल 25 प्रजातियों के लगभग 5000 पौधे रोपे गए। जिलेभर में आज विभिन्न क्षेत्रों में 12 लाख पौधे मां के नाम रोपे जा रहे हैं।
वेदों में बताई वृक्षों की महत्ता
पौधारोपण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि वेदों में वृक्षों में अलग प्रकार के महत्ता पाई गई है। 10 वृक्षों के बराबर एक कुआं होता है। 10 पुत्रों के बराबर एक वृक्ष होता है। एक पेड़ मां के नाम से अद्भुत प्रयोग है। आज का दिन हम सभी को एक अलग दौर में लेकर जा रहा है।
इस मौके पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, मंत्री विश्वास सारंग, राज्यमंत्री कृष्णा गौर, विधायक रामेश्वर शर्मा, विधायक भगवानदास सबनानी, महापौर मालती राय, नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी समेत अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।
नगर निगम द्वारा आज शहर में कुल एक लाख 20 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। बता दें कि पहले यह आयोजन कलियासोत मैदान पर होने वाला था, लेकिन वर्षा के कारण अब जंबूरी मैदान के पास करने का निर्णय लिया गया।
नगर निगम द्वारा जंबूरी मैदान के अलावा कलियासोत मैदान, भेल दशहरा मैदान, एयरपोर्ट रोड, गांधी नगर सहित विभिन्न स्थानों पर कुल एक लाख 20 हजार पौधे लगाए जा रहे हैं। इनके अलावा जहां हरियाली कम है और कालोनियों के साथ ही अतिक्रमण से मुक्त कराई गई शासकीय भूमि पर भी पौधे लगाए जा रहे हैं। इसके लिए एसडीएम और तहसीलदारों को भी जिम्मेदारी दी गई है।
वन विभाग करेगा सर्वाधिक पौधारोपण
डीएफओ आलोक पाठक ने बताया कि उनको नौ लाख पौधे लगाने का लक्ष्य मिला है। इसके लिए उन्होंने एक दिन पहले ही वनभूमि पर तैयारियां कर ली थीं। गड्ढे खोदने के साथ ही तार फेंसिंग भी कर ली गई। पौधों का इंतजाम भी कर लिया गया। इनमें आम, नीम, बरगद, पीपल सहित अनके किस्म के पौधे लगाए जा रहे हैं।
कलेक्टर ने की अपील
कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि पौधारोपण अभियान से सामाजिक संगठन, शैक्षणिक संस्थाएं और व्यापारियों सहित आमजनों को भी जोड़ा गया है। उन्होंने लोगों से पौधारोपण करने की अपील की और कहा कि पौधे लगाने के बाद नागरिक अपनी फोटो 'मेरी लाइफ पोर्टल' में भी अपलोड कर सकते हैं।
विद्यार्थियों को दें विरासत की जानकारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पौधारोपण अभियान के साथ युवाओं को जोड़कर उन्हें पर्यावरण का महत्व बताना प्रशंसनीय है। इसके साथ ही विद्यार्थियों को विरासत से जोड़ने का कार्य भी किया जाए। भोपाल जिला पर्यटन परिषद और अन्य संस्थाएं विद्यार्थियों को पुरातात्विक महत्व के स्थानों, विज्ञान संग्रहालय और अन्य संग्रहालयों की सैर करवाएं। भोपाल में ऐसे जीवंत प्रयास होने चाहिए, जिससे राजधानी का एक माडल बने और अन्य स्थानों पर उसकी चर्चा हो। एक पेड़ मां के नाम अभियान के लिए जन अभियान परिषद, अखिल विश्व गायत्री परिवार और अन्य संस्थाओं का पूरा सहयोग लिया जाए।
भोपाल में 350 स्थल किए चिह्नित
कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि भोपाल में 350 स्थान पौधारोपण के लिए चिह्नित किए गए हैं। इनमें मुख्य रूप से कलियासोत डैम, आदमपुर खंती, कीरत नगर, केम्पा वृक्षारोपण मुंगालियाकोट, समरधा जंगल रेंज और कलारा बैरसिया भी शामिल हैं। कुल 480 हेक्टेयर क्षेत्र में पौधे लगाने का लक्ष्य है। एक पेड़ मां के नाम और हरित महोत्सव अभियान को भोपाल में एक वृक्ष भोपाल के नाम से भी प्रचारित किया जा रहा है, इसके अंतर्गत व्यापक पौधारोपण होगा।