नई दिल्ली
नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान दूतावास में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. आरोप है कि दूतावास में घरेलू सहायिका के रूप में काम करने वाली एक भारतीय महिला के साथ यहां छेड़छाड़ की घटना हुई है. पुलिस शिकायत दर्ज होने के बाद पाकिस्तान दूतावास के प्रभारी साद अहमद वाराइच के कर्मचारी को देश छोड़ने के लिए कहा गया है.
छेड़छाड़ के आरोप 54 साल के पाकिस्तानी नागरिक मिन्हाज हुसैन पर लगे हैं जो नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के प्रभारी साद अहमद वाराइच के आधिकारिक आवास पर रसोइए के रूप में काम कर रहा था. उसने एक भारतीय महिला से छेड़छाड़ करने की कोशिश की थी. यह बेचारी महिला साद अहमद के आवास पर घरेलू सहायिका के रूप में काम पर रखी गई थी और वह नई दिल्ली के तिलक मार्ग स्थित वाराइच के आधिकारिक आवास के सर्वेंट क्वार्टर में रह रही थी.
रसोइए ने की थी महिला से छेड़छाड़
खबर के मुताबिक, सर्वेंट क्वार्टर में रहने वाला मिन्हाज हुसैन इसी साल फरवरी में भारत आने के बाद से ही उसके साथ दुर्व्यवहार कर रहा था और लगातार यौन संबंध बनाने की मांग कर रहा था और अश्लील हरकतें कर रहा था. मिन्हाज द्वारा महिला के साथ छेड़छाड़ करने के बाद महिला ने इसकी शिकायत साद अहमद से की, लेकिन उसने बकरीद के बहाने मिन्हाज हुसैन को चुपचाप पाकिस्तान भेज दिया. इसके बाद पाकिस्तान उच्चायोग ने महिला को फोन करके 30 जून तक साद अहमद की नौकरी और घर छोड़ने को कहा.
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विधवा महिला को अपने बच्चों के लिए काम करना पड़ता था, लेकिन वह अपने साथ हुए अमानवीय व्यवहार से पूरी तरह टूट गई. उसे तब और भी बुरा लगा, जब मिन्हाज पाकिस्तान से वापस आकर वाराइच के घर में फिर से काम करने लगा.
28 जून को पीड़िता ने दर्ज करवाई FIR
इसके बाद वह 28 जून को तिलक मार्ग थाने गई और मिन्हाज हुसैन के अभद्र व्यवहार के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. दिल्ली पुलिस ने शिकायत के आधार पर तुरंत मिन्हाज अहमद हुसैन के खिलाफ आईपीसी की धारा 354 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली.
मिन्हाज हुसैन आधिकारिक पासपोर्ट और वीजा पर भारत में रह रहा था. परेशानी को बढ़ता देख मिन्हाज हुसैन को 30 जून को वापस पाकिस्तान भेज दिया गया. इस पूरे घटनाक्रम ने पाकिस्तान उच्चायोग और साद अहमद वाराइच को शर्मसार कर दिया है.
यह पहली बार नहीं है जब नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास में इस तरह की घटना हुई है, पहले भी इस तरह के मामले आ चुके हैं. पिछले साल जनवरी में पंजाब की एक कॉलेज प्रोफेसर ने दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के वरिष्ठ कर्मचारियों पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया था. महिला ने आरोप लगाया कि जब वह 2021 में पाकिस्तान की यात्रा करने के लिए वीजा के लिए आवेदन करने दूतावास गई थी, तो कुछ वरिष्ठ कर्मचारियों ने उसका यौन शोषण करने की कोशिश की थी.