गाज़ा
हमास के खिलाफ इजरायल की जंग आज भी जारी है। हालांकि इसके खत्म होने की आहट सुनाई देने लगी है। हमास के एक वरिष्ठ सूत्र के हवाले से शनिवार को न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि हमास गाजा में नौ महीने से चल रहे युद्ध को समाप्त करने के उद्देश्य से किए गए समझौते को अमल में लाने के लिए तैयार हो गया है। पहले चरण के 16 दिन बाद इजरायली बंधकों को रिहा करने के लिए वार्ता शुरू करने के लिए अमेरिका के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है।
फिलिस्तीनी संगठन ने मांग की है कि समझौते पर हस्ताक्षर करने से पहले इजरायल को पहले एक स्थायी युद्धविराम के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए। छह सप्ताह के पहले चरण के दौरान इसे अंजाम तक पहुंचाया जाएगा।
मध्यस्थता के माध्यम से किए गए युद्धविराम प्रयासों में शामिल एक फिलिस्तीनी अधिकारी ने कहा था कि यदि इजरायल सहमत होता है तो यह प्रस्ताव समझौते के रूप में परिणत हो सकता है। इसके साथ ही पिछले साल 7 अक्टूबर को शुरू हुए गाजा युद्ध को समाप्त कर देगा।
आपको बता दें कि इस युद्ध मां गाजा में 38000 से अधिक लोग मारे गए हैं। हमास के आतंकवादियों द्वारा हवाई, भूमि और समुद्र के रास्ते दक्षिणी इजरायली शहरों पर हमला करने के बाद यह युद्ध शुरू हुआ था। उन्होंने लगभग 250 लोगों को बंधक बना लिया जबकि हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए।
हमास सूत्र ने कहा कि अमेरिकी प्रस्ताव से यह सुनिश्चित होता है कि मध्यस्थ अस्थायी युद्धविराम, मानवीय सहायता की आपूर्ति और इजरायली सैनिकों की वापसी की गारंटी देंगे। समझौते के दूसरे चरण को लागू करने के लिए अप्रत्यक्ष वार्ता जारी रहेगी।
इजरायली हमले में सात फिलिस्तीनी मारे गए
फिलिस्तीन के उत्तरी वेस्ट बैंक में जेनिन शहर और उसके शरणार्थी शिविर में इज़रायली हवाई हमले और गोलीबारी में सात फिलिस्तीनी मारे गए। फिलिस्तीनी सुरक्षा सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। फ़िलिस्तीनी सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि एक इज़रायली ड्रोन ने जेनिन शिविर में युवाओं के एक समूह को निशाना बनाया और इज़रायली सेना ने फ़िलिस्तीनी आतंकवादियों की ओर से की गयी गोलीबारी पर जवाबी कार्रवाई करते हुए जेनिन के पश्चिम में एक घर को घेर लिया। सूत्रों ने बताया कि इसके बाद इज़रायली सेना ने इलाके में अतिरिक्त बल तैनात किया और फिर घर पर कई ''एनर्जा'' ग्रेनेड से हमला किया।
जेनिन में रेड क्रिसेंट एम्बुलेंस अधिकारी महमूद अल-सादी ने बताया कि इज़रायली सेना ने इलाके को चारों ओर से घेर लिया है, जिससे एम्बुलेंस चालक दल घेरे हुए घर तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।