कोटा
लोकसभा का लगातार दूसरी बार स्पीकर चुने जाने के बाद ओम बिरला पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे। तीन दिवसीय दौरे पर कोटा-बूंदी पहुंचे लोकसभा स्पीकर का जगह-जगह स्वागत किया गया। उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में लंबा रोड शो भी किया। हिंडोली से कोटा तक के रास्ते में जगह-जगह उनका स्वागत किया गया। कई जगहों पर उन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित भी किया। कोटा में भी कई जगहों पर उनका स्वागत होना है।
आपको बता दें कि, हिंडोली से कोटा तक ओम बिरला की स्वागत यात्रा का मार्ग कुल 80 किमी से ज्यादा है और इसके देर रात तक चलने की संभावना है। ओम बिरला ने रोड शो के दौरान आईएएनएस से खास बात करते हुए अपने संसदीय क्षेत्र और राजस्थान के विकास को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र में एनडीए की सरकार है और राज्य में भी भाजपा की सरकार है, इससे निश्चित रूप से विकास कार्यों में तेजी आएगी और वे जनता से किए वायदे एवं उनकी आकांक्षाओं को पूरा करेंगे।
सदन में विपक्षी सांसदों की संख्या बढ़ने और सदन के संचालन को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पहले भी विपक्ष बड़ी संख्या में रहा है और सबसे यह अपेक्षा की जाती है कि सदन में सकारात्मक वातावरण रहे। सदन में अच्छी बहस हो, उच्च कोटि की चर्चा हो और सबका विचार सामने आए। 18 वीं लोकसभा के पहले सत्र के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर उनके द्वारा सदन में जताई गई नाराजगी के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सभी दलों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे संसदीय मर्यादाओं का पालन करें।
इससे पहले मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कोटा-बूंदी और छात्र जीवन से उन्हें सामाजिक, राजनीतिक अनुभव मिला। यहां की जनता का प्यार, स्नेह और आशीर्वाद मिला। उन्होंने यहीं से सब कुछ सीखा और इस क्षेत्र में जनता की कठिनाइयों के लिए संघर्ष भी किया।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में तीसरी बार भाजपा व एनडीए की सरकार बनी है। उनके नेतृत्व में देश आगे बढ़ता रहेगा और नए कीर्तिमान हासिल करेगा। केंद्र और राज्य, दोनों जगहों पर भाजपा की सरकार है, यह संयोग लंबे वर्षों बाद राजस्थान को मिला है और हम कोशिश करेंगे कि राज्य और केंद्र सरकार मिलकर काम करें। राजस्थान का विकास हो और युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिले।
लोकसभा की कार्यवाही और सदन में हंगामे को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए स्पीकर बिरला ने कहा कि लोकसभा लोकतंत्र का मंदिर और लोगों की आस्था एवं विश्वास का केंद्र है। हम संसद को देर रात तक चलाने की कोशिश करते हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा चर्चा- संवाद हो और सबका मत सामने आए। जिससे हम सब मिलकर देश के विकास को सामूहिक रूप से एक नई दिशा दे पाएं।