वॉशिंगटन.
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में चार महीने का ही समय बाकी है, लेकिन डेमोक्रेट पार्टी अपने उम्मीदवार को लेकर दुविधा में है। दरअसल पार्टी में जो बाइडन को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने के खिलाफ उठे स्वर थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हालांकि बाइडन ने साफ किया है कि वही रेस में हैं, लेकिन अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट्स की मानें तो पार्टी के भीतर जो बाइडन के विकल्पों पर विचार शुरू हो गया है।
खासकर बीते दिनों अटलांटा में हुई पहली बहस के बाद तो बाइडन की बढ़ती उम्र की चर्चा फिर से तेज हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डेमोक्रेट पार्टी के कई प्रमुख दानदाताओं ने धमकी दी है कि अगर जो बाइडन राष्ट्रपति पद की रेस में बने रहे तो वे फंडिंग रोक देंगे। डेमोक्रेट पार्टी के एक नेता एंजी क्रेग ने कहा है कि मुझे नहीं लगता कि राष्ट्रपति प्रभावी ढंग से चुनाव प्रचार कर सकते हैं और डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ जीत सकते हैं। सदन के अल्पसंख्यक नेता हकीम जेफ्रीज ने रविवार को डेमोक्रेट प्रतिनिधियों की एक वर्चुअल बैठक निर्धारित की है। वहीं डेमोक्रेट सीनेटर मार्क वार्नर ने ऊपरी सदन में भी इसी तरह की एक बैठक आयोजित की है। इन बैठकों में जो बाइडन की उम्मीदवार पर कोई फैसला हो सकता है।
कमला हैरिस के नाम की चर्चा शुरू
उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के नाम की भी चर्चा है कि वह जो बाइडन की जगह राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी पेश कर सकती हैं। डेमोक्रेट पार्टी के भीतर ही एक वर्ग इसका समर्थन कर रहा है। हालांकि खुद कमला हैरिस और उनकी प्रचार टीम ने सार्वजनिक रूप से बाइडन का समर्थन किया है। जो बाइडन ने भी एक हालिया इंटरव्यू में कहा कि पहली बहस के दौरान उनके खराब प्रदर्शन की वजह उनकी तबीयत की खराबी थी और साथ ही उन्होंने कहा कि वह एक बुरी रात थी। उन्होंने कहा कि 'अगर सर्वशक्तिमान भगवान नीचे आकर कहें कि राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर हो जाओ, तो मैं दौड़ से बाहर हो जाऊंगा, लेकिन भगवान नीचे नहीं आ रहे हैं।' बाइडन की उम्मीदवारी के खिलाफ उठ रहे स्वर के बावजूद बाइडन और उनकी प्रचार टीम लगातार चुनाव प्रचार में जुटी हैं। शुक्रवार को विस्कॉन्सिन में एक रैली में बाइडन ने जोरदार भाषण दिया और कहा कि वह दौड़ में बने रहेंगे और ट्रंप को हराएंगे।