लखनऊ
आगामी 22 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावण मास में शिवभक्त कांवड़ यात्रा के लिए निकलते हैं, लेकिन श्रावण में कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले कांवड़ियों को लेकर यूपी प्रशासन ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसके मुताबिक अब कांवड़िए कांवड़ा यात्रा के दौरान हथियारों का प्रदर्शन नहीं कर सकेंगे.
22 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावण मास में शिव भक्त कांवड़ यात्रा करते हैं, लेकिन नई एडवाइजरी में कांवड़ यात्रा के दौरान हथियारों के प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई है. यही नहीं,1 महीने तक चलने वाली कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़िए डीजे व धार्मिक गाने भी तय सीमा के भीतर बजा सकेंगे.
22 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा 19 अगस्त तक चलेगी
श्रावण मास कृष्ण प्रतिपदा की शुरूआत 21 जुलाई को आरंभ हो रहा है, लेकिन उदयातिथि में श्रावण मास का शुरूआत 22 जुलाई से होगी. इसी दिन शिवभक्त गंगा जल लेकर कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं. यूपी डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि यात्रा के मद्देनजर यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है. वहीं, कांवड़ मार्गों पर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक रहेगी.
कांवड़ियों को भाला और त्रिशूल जैसे हथियार लेकर नहीं चलने की सलाह
कांवड़ियों को भाला, त्रिशूल या किसी भी तरह का हथियार लेकर नहीं चलने की सलाह दी गई है. हालांकि कांवड़ यात्रा मार्ग पर डीजे बजाने पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा, लेकिन ध्वनि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार तय सीमा के भीतर होनी चाहिए. यात्रा मार्गों पर शराब और मांस की दुकानें भी बंद रहेंगी.
कांवड़ यात्रा पर सीसीटीवी और ड्रोन से प्रशासन रखेगी नजर
कांवड़ यात्रा पर सीसीटीवी और ड्रोन से नजर रखी जाएगी और अयोध्या-बस्ती मार्ग पर सामान्य यातायात प्रतिबंधित रहेगा. इस पर केवल एंबुलेंस और अन्य आपातकालीन वाहनों को ही जाने की इजाजत होगी. एक अन्य अधिकारी ने कहा कि पुलिस अधिकारी पंजीकृत संगठनों और श्रद्धालुओं के साथ समन्वय कर रहे हैं.