चंडीगढ़
हरियाणा के लोकसभा चुनाव में भले ही भाजपा को करारा झटका लगा है और उसे 5 सीटें ही हासिल हो सकीं, जबकि 2019 में उसे सभी 10 पर जीत मिली थी। फिर भी उसे 44 विधानसभा सीटों पर लोकसभा चुनाव में बढ़त मिली थी। ये सीटें आमतौर पर गुरुग्राम, फरीदाबाद, अंबाला, कुरुक्षेत्र और करनाल जैसे शहरी क्षेत्रों की सीटें हैं। इसे लेकर भाजपा 90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में भी खुद के तीसरी बार मजबूती से सरकार में लौटने की उम्मीदें संजोये हुए है। वहीं कांग्रेस उसकी इसी ताकत पर वार करना चाहती है। ऐसे में कांग्रेस ने अब शहरी क्षेत्रों में पदयात्रा शुरू करने का फैसला लिया है।
इसका नेतृत्व कुमारी सैलजा करेंगी। पार्टी का कहना है कि पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में कांग्रेस को मजबूत करना और भाजपा पर निर्णायक बढ़त हासिल करना है। बयान में कहा गया है कि 2024 के लोकसभा चुनाव परिणामों पर गौर करने से पता चला है कि भाजपा को राज्य के 44 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त मिली है, जिनमें से अधिकतर शहरी हैं। हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में से भाजपा और कांग्रेस ने हाल में संपन्न आम चुनावों में पांच-पांच सीटें जीतीं। बयान में कहा गया है, ‘विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही कांग्रेस को नई रणनीति के साथ शहरी विधानसभा क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। इसलिए कुमारी सैलजा ने पार्टी को मजबूत करने के लिए शहरी क्षेत्रों में पदयात्रा निकालने का फैसला किया है।’
लोकसभा चुनाव से पहले भी निकाली थी जनसंदेश यात्रा
पार्टी ने कहा कि इस पदयात्रा के माध्यम से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का संदेश प्रत्येक शहरी मतदाता तक पहुंचाया जाएगा और उन्हें पिछले 10 वर्षों में भाजपा के कुशासन के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। सिरसा से सांसद सैलजा के हवाले से बयान में कहा गया है कि जुलाई के अंतिम सप्ताह में पदयात्रा शुरू करने की योजना बनाई जा रही है और इसके मार्ग की घोषणा जल्द की जाएगी। सैलजा ने लोकसभा चुनाव से पहले जनवरी में राज्य में कांग्रेस की जनसंदेश यात्रा शुरू की थी।
राहुल गांधी के मार्च को बताया देश के इतिहास की सबसे बड़ी यात्रा
सैलजा ने राहुल गांधी की दो देशव्यापी यात्राओं का जिक्र करते हुए उन्हें ‘देश के इतिहास की सबसे बड़ी यात्रा’ बताया। सैलजा ने कहा, ‘उन्होंने आम लोगों की लड़ाई लड़ने के लिए कन्याकुमारी से कश्मीर और मणिपुर से महाराष्ट्र तक की यात्रा की। उन्होंने समाज के हर वर्ग से बात की, उनके दर्द को समझा और उन तक कांग्रेस का संदेश पहुंचाया।’ सैलजा ने कहा, ‘उनसे (राहुल गांधी की यात्रा) प्रेरित होकर जनवरी-फरवरी में राज्य में जनसंदेश यात्रा निकाली गई, जिसका परिणाम लोकसभा चुनाव में साफ तौर पर देखने को मिला।’ उन्होंने दावा किया कि शहरी इलाकों में उनकी पार्टी उतनी कमजोर नहीं है, जितना भाजपा दिखाने की कोशिश करती है।