खंडवा
मध्य प्रदेश के खंडवा से गिरफ्तार इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी फैजान शेख ने बहुत बड़ा खुलासा किया है. ATS की पूछताछ में उसने बताया कि वह मुस्लिम युवकों को कश्मीर को भारत से अलग करने का तराना सुनाकर देश के खिलाफ भड़काने की कोशिश करता था. फैजान जिस तराने को गुनगुनाता वो इस प्रकार है- दिल्ली भी पाकिस्तान का, कश्मीर भी पाकिस्तान का..’ इस आतंकी को लेकर अब बड़ा खुलासा हो रहा है. एटीएस पिछले एक साल से फैजान की गतिविधियों पर नजर रख रही थी. आतंकी के सोशल साइट पर पोस्ट और वॉट्सएप स्टेटस देखने के बाद वह एटीएस के निशाने पर आ गया था. फैजान से पहले बंगाल एटीएस ने रकीब को गिरफ्तार किया था. उस वक्त भी जांच एजेंसी ने फैजान से पूछताछ की थी. पूछताछ के बाद बंगाल एटीएस ने फैजान को छोड़ दिया था. हैरानी की बात है कि फैजान के पास एटीएस अधिकारियों के नंबर भी थे. यह संदिग्ध आतंकी उस वक्त खुश होता था जब एटीएस अधिकारी उसके वॉट्सएप स्टेटस को देख लेते थे.
फैजान अहले हदीस आइडियोलॉजी को फॉलो करता था, जबकि परिवार हन्फी विचारधारा को मानता था. लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक हाफिज मुहम्मद सईद भी अहले हदीस आइडियोलॉजी को मानता था. मध्य प्रदेश एटीएस ने आतंकी फैजान को 5 दिन की रिमांड पर लिया है. उससे पूछताछ जारी है. पूछताछ में उसने कई बड़े और चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.
एटीएस ने 4 जुलाई को खंडवा में छापा मारकर फैजान को गिरफ्तार किया था. खंडवा के जिस इलाके (कंजर मोहल्ला) से उसे गिरफ्तार किया गया, उसे सिमी का गढ़ माना जाता है. एटीएस के छापे के दौरान फैजान के कब्जे से सिमी संगठन के सदस्यता फॉर्म बरामद हुए. इसके अलावा कई आतंकी संगठनो के साहित्य, 4 मोबाइल फोन, 1 पिस्टल और 5 जिंदा कारतूस भी बरामद हुए थे.
सुरक्षाबलों पर हमले की साजिश रच रहा था फैजान
एटीएस ने बताया कि फैजान सुरक्षा बलों पर हमले की साजिश रच रहा था. पूछताछ में सुरक्षा बल और उनके परिजन के रेकी की बात भी स्वीकारी. रेड में उसके घर से कई हथियार बरामद हुए. फैजान 8 आतंकियों के एनकाउंटर का बदला लेने वाला था. वह यासीन भटकल के भटकल गांव पठानकोट भी जा चुका था. उसका पुलवामा भी जाने का इरादा था, लेकिन कड़ी सुरक्षा के चलते जम्मू से ही वापस लौट गया था.
दरअसल, बात 2016 की है, भोपाल सेंट्रल जेल में बंद सिमी से जुड़े आठ आतंकी एक हेड कॉन्सटेबल की गला रेतकर हत्या कर दी थी. इसके बाद वो भाग गए. इस घटना के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया. हत्या के अगले ही दिन पुलिस और एसटीएफ ने पहाड़ियों पर घेरकर आठों आतंकियों को मार गिराया था. फैजान इसी एनकाउंटर का बदला लेना चाहता था.