भोपाल
मध्यप्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन गुजरने की वजह से इन दिनों बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है। पिछले 4 दिन से ग्वालियर-चंबल में तेज बारिश का दौर चल रहा है। IMD, भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया, पिछले 48 घंटे में प्रदेश के 30 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। नार्थ-ईस्ट राजस्थान के ऊपर और साउथ राजस्थान के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है। वहीं, मानसून ट्रफ और नीचे आई है। यह प्रदेश में रायसेन, मंडला होते हुए गुजर रही है। इन सिस्टम की वजह से पूरे प्रदेश में तेज बारिश हो रही है। यह दौर अगले एक सप्ताह तक बना रहेगा।
18 जिलों के लिए हाई अलर्ट
मौसम विभाग ने सोमवार की शाम को जारी किए अपने अलर्ट में बताया है कि मध्यप्रदेश के पश्चिमी जिलों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है. 9 जुलाई से 11 जुलाई के बीच मध्यप्रदेश के 18 जिलों में अति भारी बारिश होने का अनुमान है. मॉनसून के दो नए सिस्टम एक साथ एक्टिव होने से प्रदेश में भारी बारिश हो सकती है.
इन जिलों के लिए अलर्ट जारी
आईएमडी की मानें तो पश्चिमी मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश होने की संभावना है. ऐसे में श्योपुर, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, बैतूल, सिवनी, टीकमगढ़, सागर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बुरहानपुर, खरगोन, जबलपुर, शाजापुर, राजगढ़, अशोकनगर, गुना, श्योपुरकलां और निवाड़ी, पन्ना, सतना, दमोह, कटनी समेत कई जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है. भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर की बात की जाए तो यहां हल्की और मध्यम बारिश हो सकती है.
ग्वालियर-चंबल में बारिश का दौर जारी
ग्वालियर चंबल की बात करें तो यहां बीते एक हफ्ते से तेज और रुक-रुककर बारिश हो रही है. सोमवार को एक दर्जन से ज्यादा जिलों में भारी बारिश हुई. ग्वालियर में कई कॉलोनियों में पानी भर गया तो यहां एक जगह सड़क धंसने से रास्ता बंद हो गया. भारी बारिश से भिंड जिले में आधा दर्जन से अधिक गांव में बाढ़ जैसे हालात हैं. लोग परेशानियों से घिरे हुए हैं. पानी के तेज बहाव से गोहद क्षेत्र के कई रास्ते बंद हो चुके हैं. कई लोग जान जोखिम में डालकर पुलियों और रपटों को पार कर रहे हैं. सबसे बुरा हाल शिवपुरी जिले का है यहां पर भारी बारिश से लोग अभी से परेशान हैं. मुरैना में भी निचली बस्तियों में पानी भर गया. बैतूल जिले के भीमपुर ब्लॉक में जोरदार बारिश हुई. इस बारिश के बाद पहाड़ी नदी में अचानक बाढ़ आ जाने से लकड़ी बीनने गई एक महिला बीच नदी में फंस गई. उज्जैन में भी सोमवार की शाम आफत की बारिश हुई.
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने पश्चिमी मध्यप्रदेश के ज्यादातर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए सतर्क रहने को कहा है. इसके साथ ही पूर्वी मध्यप्रदेश के लिए भी अलर्ट जारी किया गया है. पूर्वी मध्य प्रदेश में 10 और 11 जुलाई 2024 को अलग-अलग स्थानों पर भारी (64.5-115.5 मिलीमीटर) से बहुत भारी वर्षा (115.5-204.4 मिलीमीटर) होने की संभावना जताई है. इधर पश्चिम मध्य प्रदेश में 11 जुलाई 2024 को अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी (115.5-204.4 मिलीमीटर) वर्षा होने की संभावना जताई है.