प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सरकारी आवास के बाहर एक युवक खुदकुशी करने की कोशिश करने लगा। गेट पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने फौरन युवक को पकड़ लिया। सिविल लाइंस थाने से पुलिस भी मौके पर पहुंची और युवक को थाने ले जाया गया। करीब तीन महीने पहले भी इसी तरह की घटना हुई थी। धमतरी के एक युवक ने यहां आत्मदाह कर लिया था, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।
दुर्ग से पहुंचा था जान देने
शनिवार को जिस शख्स को सीएम हाउस के बाहर से पकड़ा गया, उसकी जांच पुलिस कर रही है। फिलहाल मिली जानकारी के मुताबिक युवक दुर्ग का रहने वाला है। युवक का नाम शशिकांत है। इसके साथ इसकी पत्नी भी रायपुर आई है। शशिकांत दुर्ग आईटीआई में लेक्चरर था। हाल ही में नौकरी चली गई, उसने आर्थिक तंगी की वजह से खुद को परेशान बताया और तंग आकर जान देने की कोशिश करने की बात कही। पुलिस युवक को समझाइश दे रही है।
मैं तो बस परेशानी बताने आया था
शशिकांत ने मीडिया से कहा कि मैं तो परेशानी बताने आया था। संविदा पर नौकरी कर रहा था। नौकरी चली गई है, मैं इन सब बातों से परेशान हूं। इसलिए पत्नी के साथ यहां आया था। खुदकुशी करने की कोशिश पर युवक ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। घटना के बाद हड़कंप मंच गया था । फौरन मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा युवक से मिले और रोजगार के संबंध में आश्वासन दिया।
तब सरकार ने कह दिया था मानसिक रोगी
धमतरी के तेलीनसत्ती गांव के रहने वाले हरदेव सिन्हा ने भी तीन महीने पहले सीएम हाउस के बाहर खुद को आग लगा ली थी। तब इसके पिता ने बताया था कि हरदेव पत्नी के साथ अलग रहता है। उसके घर पर दो दिनों से चावल नहीं था। पड़ोस के लोगों से मांगकर गुजारा किया। बीती रात खाना नहीं खाया, सुबह भी बिना कुछ खाए और किसी से कुछ कहे वह घर से निकल गया था । इस मामले में सरकार ने कहा था कि हरदेव का मानसिक इलाज चल रहा था, हालांकि परिवार ने कहा था उसे किसी तरह की परेशानी नहीं थी। रायपुर के एक बर्न सेंटर में करीब 10 दिन तक उपचार के बाद हरदेव की मौत हो गई थी।