रामपुर
समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खां के हमसफर रिसॉर्ट पर एक बार फिर प्रशासन ने बुलडोजर चलाने की कार्रवाई शुरू की है।मंगलवार को जेसीबी लेकर पहुंची एसडीएम ने सरकारी जमीन पर बनी दीवार और भवन के ध्वस्तीकरण का काम शुरू कर दिया है।प्रशासन की इस कार्रवाई से इलाके में खलबली मच गई है। शहर विधायक आकाश सक्सेना की शिकायत पर यह मामला तेजी से आगे बढ़ा।
कुछ दिन पहले आकाश सक्सेना ने कार्रवाई के लिए पत्र लिखकर रिमाइंडर भी भेजा था। इसके बाद बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है।
उधर, सपा के प्रदेश सचिव ओमेंद्र चौहान ने कार्रवाई पर नाराजगी व्यक्त की है। जिला प्रशासन ने तहसीलदार सदर की कोर्ट में वाद दायर किया था। इसमें कहा गया था कि रिसोर्ट में खाद के गड्ढों की 0.038 हेक्टेयर जमीन है, जिसकी गाटा संख्या 164 है। कोर्ट के आदेश पर पैमाइश कराई गई। इसमें पुष्टि हुई कि यह जमीन खाद के गड्ढों की है।
यह रिजॉर्ट आजम की पत्नी डॉ. तंजीन फातिमा और उनके बेटे अब्दुल्लाह के नाम है। रिजॉर्ट ग्राम समाज की जमीन पर बनाया गया था। प्रशासन ने इसे ढहाने का नोटिस दिया, तो तंजीन फातिमा कोर्ट चली गईं थीं। बाद में वह कोर्ट में केस हार गई थीं। आजम खान सीतापुर जेल में बंद है।
रिजॉर्ट की बाउंड्रीवाल ढह चुकी है। प्रशासन अब अंदर कार्रवाई कर रहा है। रिजॉर्ट की 380 स्क्वायर मीटर में किए गए निर्माण कार्य को ढहाया जाएगा। इसमें बाउंड्री वॉल, एक इमारत और लॉन शामिल हैं।
सरकारी जमीन पर बना दिया रिजॉर्ट
जिला प्रशासन ने तहसीलदार सदर की कोर्ट में वाद दायर किया था। इसमें कहा गया था कि रिसोर्ट में खाद के गड्ढों की 0.038 हेक्टेयर जमीन है, जिसकी गाटा संख्या 164 है। कोर्ट के आदेश पर पैमाइश कराई गई। इसमें पुष्टि हुई कि यह जमीन खाद के गड्ढों की है। इसके बाद यह एक्शन लिया गया है।
BJP विधायक आकाश सक्सेना ने की थी शिकायत
रामपुर के शहर विधायक आकाश सक्सेना ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर हमसफर रिजॉर्ट बनाने के मामले में शिकायत की थी। उन्होंने इस रिजॉर्ट को ध्वस्त करने के लिए प्रशासन पर प्रेशर बनाया था। इसके बाद प्रशासन ने मंगलवार को ये कार्रवाई की।
2019 में हमसफर रिजॉर्ट में सामुदायिक उपयोग की जमीन कब्जा करने का आरोप लगा था। इसके बाद राजस्व विभाग की टीम ने जांच और पैमाइश के बाद एक गाटा संख्या की भूमि कूड़े से खाद बनाने वाले गड्ढों के लिए तथा दो गाटा संख्या के भूभागों पर सरकारी रास्ता दर्ज होने की रिपोर्ट दी। रिपोर्ट में कहा गया था कि ये सरकारी भूमि हमसफर रिजॉर्ट के अंदर है।
दाखिल हो चुकी है चार्जशीट
इस रिपोर्ट के आधार पर नायब तहसीलदार केजी मिश्रा ने कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें आजम खां, उनकी पत्नी डॉ. तंजीन फातिमा और दोनों बेटों अबदुल्ला आजम और अदीब आजम को नामजद किया गया था। पुलिस ने इस मामले में डॉ.तंजीन फात्मा, अब्दुल्ला आजम, अदीब आजम खां के खिलाफ सरकारी जमीन कब्जाने के साथ ही लोक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में चार्जशीट भी कोर्ट में दाखिल की थी।
भाजपा विधायक बोले- सरकारी जमीनों पर आजम का कब्जा है
विधायक आकाश ने कहा- हमसफर रिजॉर्ट से खाद के गड्ढों से अवैध निर्माण हटाया गया है। प्रशासन की आंखें बहुत देर से खुली हैं। मैं यहीं चाहता हूं कि ये आंखें ऐसे ही खुली रहें। अभी बहुत सी जमीनों पर आजम खान के अवैध कब्जे में हैं। उन्होंने फर्जी कागजात लगाकर इन जमीनों को कब्जाया है। मुझे उम्मीद है कि उन जमीनों से भी अवैध कब्जा हटवाया जाएगा।
कोर्ट ने अवैध कब्जा हटाने और क्षतिपूर्ति वसूलने के आदेश दिए थे। लेकिन तब से यह कार्रवाई धीमी हो गई थी।
तीन दिन पहले जब शहर विधायक आकाश सक्सेना ने तहसील प्रशासन से नाराजगी जताते हुए रिमांइडर भेजा तो प्रशासन अलर्ट हो गया। कोर्ट के आदेश के पालन में प्रशासन की टीम जेसीबी लेकर हमसफर रिसोर्ट पहुंची और कब्जा मुक्त कराने की प्रक्रिया शुरू की। जेसीबी की मदद से अवैध निर्माणों और कब्जों को हटाया गया।