संभल
यूपी के संभल जिले के एक सरकारी स्कूल में निरीक्षण पर पहुंचे डीएम ने पाया कि एक टीचर ड्यूटी टाइम में मोबाइल गेम खेल रहे थे. डीएम ने टीचर का मोबाइल चेक किया तो पता चला कि 5.30 घंटे के स्कूल टाइम में उन्होंने एक घंटा 17 मिनट कैंडी क्रश खेला और इसके अलावा सोशल मीडिया का भी यूज किया. इतना ही नहीं जब डीएम ने टीचर द्वारा चेक की गई कॉपियों को दोबारा देखा तो छह पेज में 95 गलतियां भी सामने आईं. मोबाइल में कैंडी क्रश गेम खेलने वाले टीचर को डीएम के निर्देश के बाद सस्पेंड कर दिया गया है.
संभल के शरीफपुर ग्राम पंचायत के सरकारी स्कूल में डीएम औचक निरीक्षण पर पहुंचे थे. यहां उन्होंने टीचरों का शिक्षण कार्य देखा और बच्चों के पढ़ाने के तरीके पूछे, उसके बाद शिक्षकों द्वारा जांची गई गृह पुस्तिकाओं को खुद चेक किया. डीएम ने क्लास के 6 छात्रों की कॉपियों के 6 पेज चेक किए तो शिक्षक के द्वारा चेक की गई कॉपियो के 6 पेज में 95 गलतियां देखने के लिए मिली हैं. जिसमें पहले पेज पर 9 गलतियां, दूसरे पर 23 गलतियां, तीसरे पेज पर 11 गलतियां, चौथे पेज पर 21 गलतियां, पांचवे पेज पर 18 गलतियां और छठे पेज पर 13 गलतियां देखने के लिए मिली. इसको लेकर उन्होंने टीचरों को फटकार भी लगाई. इस दौरान उन्होंने एक शिक्षक और एक शिक्षिका की बेहतर कार्यशैली की तारीफ भी की.
स्कूल टाइम में ढाई घंटा चलाया मोबाइल
इस दौरान डीएम ने शिक्षक प्रेम गोयल के मोबाइल की DIGITAL WELBEING फंक्शन से हिस्ट्री निकाली तो सामने आया कि उन्होंने स्कूल टाइम में करीब दो से ढाई घंटा मोबाइल चलाया. जिसमें एक घंटा 17 मिनट कैंडी क्रश सागा गेम खेला गया. 26 मिनट फोन पर बात की गई. इसके अलावा 17 मिनट फेसबुक, 11 मिनट गूगल क्रोम, 8 मिनट ActionDash, 6 मिनट यूट्यूब, 5 मिनट इंस्टाग्राम और 3 मिनट Read Along ऐप चलाया गया. इनमें से केवल Read Along ऐप ही विभागीय ऐप है.
स्कूल में कुल 101 छात्र, 47 ही मौजूद मिले
इस स्कूल में कुल 101 छात्र-छात्राओं का नाम दर्ज है, लेकिन जब डीएम निरीक्षण पर पहुंचे तो स्कूल में 50 फीसदी से भी कम छात्रों की उपस्थिति दर्ज की गई. इस दौरान वहीं कुल 47 छात्र-छात्राएं ही मौजूद थे. हालांकि निरीक्षण के दौरान पांचों शिक्षक मौजूद थे.
स्कूल टाइमिंग में कैंडी क्रश खेल रहे थे टीचर: DM
वहीं इस मामले में डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने कहा, "स्कूल के निरीक्षण में स्कूल में कायाकल्प का काम चल रहा था. प्रधान कार्य में सहयोग नहीं कर रहे थे. ऐसे में बीडीओ को निर्देश दिए गए हैं कि कायाकल्प के काम में सहयोग कराएं. जिन पुस्तिकाओं को टीचर चेक कर चुके थे. उनमें कई कमियां मिलीं है. स्कूल टाइमिंग में एक टीचर कैंडी क्रश सागा गेम खेल चुके थे." इस दौरान डीएम ने खराब एजुकेशन क्वालिटी को लेकर शिक्षा विभाग से नाराजगी जताई.