बैरसिया
भोपाल के बैरसिया में रमचुरा-कचनारिया मार्ग निर्माण में भ्रष्टाचार का मामला सामने आने और लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के निर्देश पर जांच में लापरवाही सामने आने के बाद सड़क का निर्माण करने वाली कंपनी एकेके कंस्ट्रक्शन को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया। वहीं, विभाग के उपयंत्री मुकेश रावत को निलंबित कर दिया है। आठ किमी की सड़क एक सप्ताह के अंदर बनाई गई थी। 60 लाख रुपये की सड़क के निर्माण में खामियां सामने आईं। मंत्री राकेश सिंह के निर्देश के बाद भोपाल के मुख्य अभियंता इंजीनियर संजय मस्के शुक्रवार को सड़क की जांच करने पहुंचे थे। जांच में सड़क की मोटाई कम पाई गई है। वहीं, सड़क निर्माण में प्रयोग किए गए मटेरियल की जांच के नमूने लैब में भेजे गए हैं। मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि निर्माण कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।
दरअसल,भोपाल के बैरसिया की रमचुरा-कचनारिया सड़क के एक वायरल वीडियो में एक शख्स अपने हाथों से रोड को खोदता दिख रहा था और सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहा था.
वीडियो संज्ञान में आने के बाद पीडब्लूडी मंत्री राकेश सिंह ने सड़क की जांच का आदेश दिया था. शुक्रवार को विभाग के अफसर जब मौके पर जांच करने पहुंचे तो पाया कि रोड की थिकनेस मानक से काम पाई गई और बी.सी. कार्य की ग्रेडिंग भी निर्धारित मापदंडों के अनुरूप नहीं थी.
टीम ने इसकी रिपोर्ट पीडब्लूडी मंत्री को सौंपी. जिसके बाद मंत्री राकेश सिंह के निर्देश पर सड़क निर्माण करने वाली फर्म ऐ.ऐ.कंस्ट्रक्शन को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया और सड़क बनाते समय पर्यवेक्षण में लापरवाही पर उपयंत्री को निलंबित कर दिया गया.
PWD मंत्री राकेश सिंह ने बयान देते हुए कहा, ''रमपुरा-कचनारिया मार्ग के वीडियो के माध्यम से सड़क निर्माण में लापरवाही के मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच के निर्देश दिए थे. निर्देश के पालन में मुख्य अभियंता भोपाल परिक्षेत्र की उपस्थिति में विजिलेंस टीम और कार्यपालन यंत्री केंद्रीय प्रयोगशाला के सदस्यों के साथ उस मार्ग का निरीक्षण किया गया. जांच में प्रथम दृष्ट्या कमी पायी जाने पर संबंधित ठेकेदार का ठेका निरस्त कर उसे ब्लैकलिस्ट करने की कार्रवाई के साथ ही पर्यवेक्षण में लापरवाही पर उपयंत्री को निलंबित कर दिया गया है. निर्माण कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी.''
कांग्रेस ने उठाया था मुद्दा
बता दें, बैरसिया में सड़क निर्माण में गड़बड़ी का मुद्दा कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने उठाया था। उन्होंने सड़क को हाथों से उखाड़ने का एक युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर सरकार के काम पर सवाल उठाए थे। इसके बाद लोक निर्माण विभाग के मंत्री राकेश सिंह ने तुरंत वीडियो का संज्ञान लेकर मामले की जांच के निर्देश दिए थे। इसके अगले ही दिन टीम सड़क का निरीक्षण करने पहुंची, जिसमें गड़बड़ी सामने आने के बाद कार्रवाई की गई है।