कवर्धा
कबीरधाम जिला के बैगा बाहुल्य क्षेत्र सोनवाही गांव में बीते तीन दिनों में उल्टी-दस्त से दो बैगा आदिवासियों की मौत हो गई थी. मौत की सूचना पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल बरसते बारिश में सोनवाही पहुंचकर मृतकों के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य सरकार पर नाकामी का आरोप लगाया.
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वनांचल क्षेत्र के ग्राम झलमला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर मरीजों का हालचाल जाना और डॉक्टरों से मरीजों के बारे में जानकारी ली. इसके साथ बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दिलाने की बात कही. इस दौरान भूपेश बघेल ने स्वास्थ्य विभाग और राज्य सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है.
उन्होंने कहा कि ग्राम सोनवाही में 5 बैगा आदिवासियों की उल्टी-दस्त से मौत को जिला प्रशासन छुपाने की कोशिश कर रहा है. सोनवाही गांव में उल्टी-दस्त से मौत होने के बाद स्वास्थ्य कैम्प लगाया, और कल 94 लोगों की स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है, जिसमें 25 ग्रामीण मलेरिया पॉजिटिव पाए गए है. स्वास्थ्य विभाग मरीजों के घर में ही आज मच्छरदानी वितरण किए, जबकि सोनवाही गांव के सभी घरों में मच्छर दानी वितरण करना चाहिए.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की पहली प्राथमिकता जिले के बैगा बाहुल्य क्षेत्र में स्वास्थ्य परीक्षण होना चाहिए. स्वास्थ्य विभाग, पीएचई को पानी का सेंपल लेकर जांच किया जाना चाहिए, लेकिन राज्य सरकार की नाकामी के चलते ग्राम सोनवाही में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों की मौत हो रही है.