भोपाल
मध्य प्रदेश में वातावरण में नमी के कारण अलग-अलग क्षेत्रों में मध्यम और हल्की वर्षा हो रही है। मौसम विज्ञान के मुताबिक, मानसून द्रोणिका बंगाल की खाड़ी तक बनी है और प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा हो रही है। रविवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन संभाग के कुछ जिलों में मध्यम स्तर की वर्षा की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती बनने से सोमवार से मानसून की सक्रियता बढ़ने की उम्मीद है।
पिछले 24 घंटों में हुई बारिश
पिछले 24 घंटों के दौरान तक दमोह में 72, सागर में 40.8, भोपाल में 36.2, सीधी में 36,गुना में 25.6,नौगांव में 25, नरसिंहपुर में 22, शिवपुरी में 19,सिवनी में 14.6, मलाजखंड में 12, टीकमगढ़ में 11, खंडवा में 11, रतलाम में नौ, इंदौर में 4.6, खजुराहो में 2.4, रायसेन में 1.4, धार में 1.3, पचमढ़ी में 1.2,छिंदवाड़ा में 0.8, मंडला एवं बैतूल में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई।
तीन मौसम प्रणालियां सक्रिय
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मानसून द्रोणिका राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। इसके अलावा अलग-अलग स्थानों पर तीन मौसम प्रणालियां बनी हुई हैं। इस वजह से हवाओं के साथ कुछ नमी आने से प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा हो रही है। शनिवार-रविवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं मध्यम स्तर की वर्षा होने की संभावना है। शेष क्षेत्रों में हल्की वर्षा हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक मानसून द्रोणिका वर्तमान में गंगानगर, उत्तर प्रदेश, बिहार से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। गुजरात पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है। इसके अतिरिक्त महाराष्ट्र से लेकर केरल तक अपतटीय द्रोणिका भी बनी हुई है।
आने वाले 48 घंटों में बारिश की संभावना
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में बंगाल की खाड़ी अथवा अरब सागर में कोई प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। मानसून द्रोणिका भी प्रदेश से दूर है। इस वजह से प्रदेश में कहीं-कहीं सिर्फ मध्यम स्तर की वर्षा हो रही है। बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवात बनने जा रहा है। उसके असर से सोमवार से प्रदेश में एक बार फिर मानसून के सक्रिय होने की संभावना है।