नई दिल्ली
कीर्ति चक्र पुरस्कार विजेता शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह की पत्नी पर भद्दा कमेंट करने वाले के बारे बड़ी जानकारी हाथ लगी है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा का कहना है कि परी संभावना है कि यह कमेंट पाकिस्तान से किया गया था। दरअसल बताया जा रहा था कि किसी अहमद नाम के शख्स ने अंशुमान की विधवा पत्नी पर भद्दा कमेंट किया था। अब रेखा शर्मा ने कहा है कि यह शख्स पाकिस्तानी हो सकता है। इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा है कि ऐसे कई और कमेंट भी थे जिन पर अब ऐक्शन लिया जाएगा और सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए रेखा शर्मा ने कहा, यह बहुत ही लो रेटेड कमेंट था। हमने इस कमेंट को सोशल मीडिया पर देखा और तुरंत संज्ञान लिया। पुलिस ने इस शख्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। उन्होंने आगे कहा, इस तरह के कई और कमेंट भी थे जिन्हें हम काफी गंभीरता से ले रहे हैं। हम इन सभी मामलों में एफआईआर दर्ज करेंगे।
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने शनिवार को एक बयान जारी करके कहा था कि इस संबंध में राष्ट्रीय महिला आयोग की शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2023 की धारा 79 और आईटी अधिनियम 2000 की धारा 67 के तहत एक प्राथमिकी स्पेशल सेल थाने में दर्ज की गई है। बयान के मुताबिक,राष्ट्रीय महिला आयोग से एक शिकायत प्राप्त हुई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि एक फेसबुक प्रोफाइल से एक शहीद की विधवा की तस्वीर पर अत्यंत अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी की गई है। इस शिकायत का संज्ञान लेते हुए प्रारंभिक जांच के बाद मुकदमा दर्ज किया गया।
कीर्ति चक्र लेते वक्त तस्वीर पर गंदे कमेंट
बता दें, कैप्टन अंशुमान को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया था। उनकी मां और पत्नी स्मृति इस पुरस्कार को लेने के लिए राष्ट्रपति भवन पहुंची थी। इस दौरान ली गई उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी। अहमद नाम के शख्स ने इस पर भद्दी टिप्पणी की थी। महिला आयोग ने इस पर संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस को चिट्ठी लिखी और तत्काल कार्रवाई की मांग की थी। महिला आयोग ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर लेटर की कॉपी भी शेयर की थी। बताया जा रहा है कि अहमद के अलावा राजीव पारीक, उमर जैसे कई और लोगों ने भी स्मृति सिंह पर गंदे कमेंट किए जिसे देखकर हर किसी का खून खौल उठा। दिल्ली पुलिस अब इन सभी के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। बता दें, सियाचिन ग्लेशियर में आग लगने के बाद अंशुमान में दूसरों को बचाते हुए अपनी जान की कुर्बानी दे दी थी।