पंजाब में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मोगा (Moga Punjab) के उपायुक्त कार्यालय में सिख फॉर जस्टिस के कैडर्स द्वारा खालिस्तानी झंडा फहराने से जुड़े एक मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने तलाशी ली.
पंजाब में बीते स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त, 2020 को मोगा (Moga Punjab) के उपायुक्त कार्यालय में सिख फॉर जस्टिस के कैडर्स द्वारा खालिस्तानी झंडा फहराने से जुड़े एक मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 6 स्थानों पर मंगलवार को तलाशी ली. समाचार छापे जाने के दौरान विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक सामान बरामद किए गए.
जानकारी के लिए बता दें कि सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) ने 3 अक्टूबर को किसान रैली के दौरान पंजाब-हरियाणा सीमा पर शंभू टोल प्लाजा पर खालिस्तान का झंडा फहराने के लिए 10,000 डॉलर का इनाम देने की घोषणा की थी. इस ऐलान के बाद एजेंसियों ने पंजाब और हरियाणा पुलिस आगाह किया था, क्योंकि अमेरिका स्थित एसएफजे के जनरल काउंसल गुरवंत सिंह पन्नून ने भारत से अलगावके एजेंडे के तौर पर शंभू बॉर्डर पर खालिस्तान का झंडा बुलंद करने का आह्वान किया था.
National Investigation Agency conducted searches on 13th Oct at 6 locations in Punjab in a case related to the hoisting of Khalistani flag by Sikhs for Justice (SFJ) cadres at Moga’s Deputy Commissioner’s Office on 15th Aug, 2020. Various electronic items seized during the raids.
एजेंसियों ने सूचित किया था कि शंभू सीमा पर किसानों की रैली के दौरान, एसएफजे के जनमत संग्रह अधिकारी संगठन के रेफरेंडम 2020 एजेंडे के लिए वोट रजिस्टर करने की कोशिश करेंगे और किसानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कृषि सुधार बिलों के स्थायी समाधान के बारे में शिक्षित करने के लिए साहित्य वितरित करेंगे.
मौके को भुनाने की कोशिश
दरअसल, नए किसान बिल पर पूरे देश के किसान केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं और एसएफजे इस मौके को भुनाने की कोशिश कर रहा है और 1-8 अक्टूबर तक कृषि ऋण भुगतान में चूक करने वालों के बीच 10 लाख डॉलर बांटने के लिए पंजाब और हरियाणा के किसानों से आवेदन और डेटा एकत्र कर रहा है.