कराची
पाकिस्तान के सूचना मंत्री ने सोमवार को ऐलान किया कि शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है।
पाकिस्तानी सूचना एवं प्रसारण मंत्री अताउल्लाह तरार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की कि कथित राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए पीटीआई पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में भेजेगी। तरार ने यह भी कहा कि सरकार ने इमरान खान और पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के खिलाफ अनुच्छेद 6 के तहत देशद्रोह का मामला दर्ज करने का फैसला किया है। तरार ने यह भी कहा कि पाकिस्तान और पीटीआई एक साथ नहीं रह सकते।
इमरान की पार्टी के खिलाफ पुख्ता सबूत
पाकिस्तानी सूचना प्रसारण मंत्री अताउल्लाह तरार ने बैन लगाने की घोषणा करते हुए कहा कि इस कार्रवाई के पक्ष में हमारे पास पुख्ता सबूत मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि विदेशी फंडिंग मामले, 9 मई के दंगों, सिफर प्रकरण और अमेरिका में पारित प्रस्ताव को देखते हुए हमारा मानना है कि पीटीआई पर बैन लगाने के लिए बहुत पुख्ता सबूत मौजूद हैं।
कब बनी इमरान खान की पार्टी
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पाकिस्तान में एक राजनीतिक पार्टी है। इसकी स्थानपना साल 1996 में पाकिस्तानी क्रिकेटर और राजनेता इमरान खान ने की थी। इन्होंने साल 2018 से 2022 तक देश के प्रधान मंत्री के रूप में काम किया। पीटीआई पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के साथ तीन प्रमुख पाकिस्तानी राजनीतिक दलों में शुमार है और यह 2018 के आम चुनाव के बाद से पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में प्रतिनिधित्व के मामले में सबसे बड़ी पार्टी रही। लेकिन अप्रैल 2022 में विश्वासमत के दौरान वह गिर गई। पाकिस्तान सरकार ने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट में उसके पिछले हफ्ते दिए गए आदेश के खिलाफ एक रिव्यू पिटीशन दायर करेगी, जिसमें पीटीआई की एक राजनीतिक पार्टी के रूप में स्थिति की पुष्टि की गई थी।
जेल में बंद इमरान खान
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इस समय जेल में बंद हैं। पाकिस्तान के एक कोर्ट ने इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को कथित भ्रष्टाचार के एक नए मामले की जांच के वास्ते रविवार को आठदिन की हिरासत के लिए भ्रष्टाचार विरोधी अधिकारियों को सौंप दिया। जिले की एक अदालत ने शनिवार को गैर इस्लामी शादी के मामले में दोनों को बरी कर दिया था। हालांकि, इसके तुरंत बाद एनएबी ने उन्हें अरेस्ट कर लिया।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी चुनौती
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, देश के सूचना मंत्री अट्टा तरार ने कहा है कि शहबाज शरीफ की सरकार पिछले हफ्ते के फैसले के खिलाफ पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के सामने एक समीक्षा याचिका भी दायर करेगी। इस फैसले में पीटीआई को एक राजनीतिक दल के रूप में उसकी स्थिति की पुष्टि की गई है। सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था कि इमरान खान की पार्टी राष्ट्रीय विधायिका में 20 से अधिक अतिरिक्त आरक्षित सीटों के लिए पात्र है। इस फैसले से गठबंधन सरकार पर सदन के भीतर दबाव बढ़ा है। इस फैसले को भी सरकार चुनौती देगी।
71 साल के इमरान खान पाकिस्तान के लोकप्रिय क्रिकेटर रहे हैं। उनकी कप्तानी में पाकिस्तान ने 1992 में एकदिवसीय वर्ल्डकप जीता था। खेल के बाद वह राजनीति में आए। 1996 में उन्होंने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) का गठन किया। 1996 से 2023 तक वह पीटीआई के अध्यक्ष रहे हैं। अगस्त 2018 से अप्रैल 2022 तक वह पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में काम कर चुके हैं। 2022 पीएम पद से हटने के बाद उनकी मुश्किलें शुरू हुईं। उन पर कई मामले दर्ज हुए और उनको गिरफ्तार कर लिया गया। इमरान फिलहाल रावलपिंडी की अडियाला जेल में बंद हैं। उनको दो मामलों में सजा भी सुनाई जा चुकी है।