नई दिल्ली
भारत में सोने की कीमतों को एक समान करने के लिए केंद्र सरकार "वन नेशन वन रेट" योजना पर काम कर रही है। इस पॉलिसी के लागू होने से पूरे देश में सोने की कीमत एक ही रेट पर मिलेगी, जिससे उपभोक्ताओं को बड़े शहरों और छोटे शहरों में समान दर पर सोना खरीदने का मौका मिलेगा।
क्या है वन नेशन वन रेट पॉलिसी?
यह योजना पूरे देश में सोने की कीमतों को एक समान करने का प्रयास है। वर्तमान में, अलग-अलग शहरों में सोने के रेट में 200 से 500 रुपये का अंतर देखा जाता है। जेम एंड ज्वैलरी काउंसिल ने भी इस पॉलिसी का समर्थन किया है, हालांकि सरकार ने अभी तक इसके लागू होने की तारीख की घोषणा नहीं की है।
रेट कैसे तय होंगे?
सरकार नेशनल बुलियन एक्सचेंज की स्थापना करने की योजना बना रही है, जो सोने की कीमतों को निर्धारित करेगा। यह एक्सचेंज शेयर बाजार की तरह कार्य करेगा, जिससे ज्वैलर्स अपनी मनमानी नहीं कर सकेंगे और रेट सेंट्रलाइज्ड सिस्टम के माध्यम से तय होंगे।
मौजूदा रेट निर्धारण की प्रक्रिया
अभी सोने की कीमतें मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) के आधार पर तय की जाती हैं। विभिन्न शहरों में सर्राफा एसोसिएशन के व्यापारी मिलकर बाजार खुलने के समय दाम तय करते हैं, जो मांग, आपूर्ति और वैश्विक बाजार के प्रभाव से प्रभावित होते हैं।
क्या सस्ता होगा सोना?
इस पॉलिसी के लागू होने पर ज्वैलर्स की मनमानी पर लगाम लगेगी। जहां सोने के रेट सबसे अधिक हैं, वहां कीमतों में कमी आने की संभावना है। रिपोर्ट्स के अनुसार, सभी जगह सोने के भाव एक समान होने से कीमतों में कमी आएगी।
वर्तमान सोने के रेट
15 जुलाई 2024 को भारतीय सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोने की कीमत 72713 रुपये प्रति 10 ग्राम है। वहीं, 999 शुद्धता वाली चांदी का भाव 91465 रुपये प्रति किलो है। इस नई पॉलिसी से न केवल उपभोक्ताओं को लाभ होगा, बल्कि इससे सोने के बाजार में पारदर्शिता भी आएगी।