बरेली
उत्तर प्रदेश के बरेली में मौलाना तौकीर रजा खान एक बार फिर से विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं. तौकीर रजा ने जिला प्रशासन को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने धार्मिक सामूहिक विवाह आयोजन की इजाजत मांगी है. इस पत्र के जारी होते ही जिले में हड़कंप मच गया. क्योंकि, इसमें कई जोड़ों के धर्म परिवर्तन कराए जाने की बात भी कही जा रही थी. हालांकि, प्रशासन ने अभी तक इस आयोजन की इजाजत देने पर कोई विचार नहीं किया है. पुलिस ने साफ कहा कि माहौल बिगाड़ने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी, जो कोई जबरदस्ती करेगा उसके साथ सख्ती से निपटा जाएगा. ऐसे में अब मौलाना तौकीर रजा की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने पुलिस के बयान पर रिएक्ट किया है.
तौकीर रजा का कहना है कि उन्होंने धर्म परिवर्तन की परमिशन नहीं मांगी है, बल्कि पांच जोड़ों के सामूहिक विवाह की परमिशन मांगी है. हालांकि, बीते दिनों मौलाना ने ये बात कही थी कि आने वाली 21 जून को वो सामूहिक निकाह कार्यक्रम का आयोजन करेंगे. इस कार्यक्रम में अन्य धर्म के पांच जोड़े शामिल होंगे, जो कि इस्लाम को कबूल करेंगे और इस्लाम धर्म के रीति-रिवाज के मुताबिक सामूहिक निकाह में शामिल होंगे.
उनके इस बयान के बाद तमाम हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई थी और प्रशासन से एक्शन लेने की मांग की थी. बरेली के एसएसपी ने भी कहा था कि बिना इजाजत ऐसे किसी आयोजन को नहीं होने दिया जाएगा. जो कोई माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेगा उसके साथ सख्ती से पेश आया जाएगा.
पुलिस-प्रशासन की सख्ती पर तौकीर रजा ने क्या कहा?
मौलाना तौकीर रजा खान ने कहा कि हमने धर्म परिवर्तन की नहीं बल्कि 5 जोड़ों के निकाह की परमिशन मांगी है. युवक और युवतियों के रिश्ते को सही पहचान देने के लिए सामूहिक विवाह हो रहा है. वैसे भी वे युवक और युवतियां पहले ही अपना धर्म परिवर्तन कर चुके हैं. चूंकि, लिव इन रिलेशनशिप मुस्लिम और हिंदू दोनों धर्म में सही नहीं माना जाता है. इसलिए उनके रिश्ते को धार्मिक पहचान देने का काम किया जा रहा है.
बकौल तौकीर रजा- यदि मुझ पर कार्रवाई करना है तो उन पर भी एक्शन लो जो बिना परमिशन मुस्लिम लड़कियों की हिंदू लड़कों से शादी करा रहे हैं और उसे 'घर वापसी' का नाम दे रहे हैं. बरेली के एक मंदिर में इस तरीके की 100 से ज्यादा शादी कराई गई हैं. जिनमें न कोई रूल फॉलो किया गया और न कोई कल्चर. क्या वहां पर कोई परमिशन ली गई थी. पुलिस ने कोई संज्ञान क्यों नहीं लिया. यदि नहीं लिया तो अब लेना चाहिए और मुकदमा होना चाहिए.
रजा ने कहा कि मेरा प्रशासन से सिर्फ एक ही सवाल है कि जिन्होंने 100 से अधिक शादियां करवाईं, धर्म परिवर्तन कराए क्या उनपर एक्शन लिया गया. मैं तो धर्म परिवर्तन नहीं करा रहा हूं. मैंने सिर्फ सामूहिक निकाह की परमिशन मांगी है. धर्म परिवर्तन की नहीं. मैं कानून के साथ चल रहा हूं. कानून में रहकर परमिशन मांगी है. जबकि, दूसरे लोग बिना परमिशन के सबकुछ कर रहे हैं, उन्हें खुली छूट है. मैं कहना चाहता हूं कि हिंदुस्तान में दो कानून नहीं होना चाहिए.
जब 'आजतक' ने मौलाना से सवाल किया कि क्या परमिशन नहीं मिली तो वे अपना कार्यक्रम रद्द करेंगे? इस पर तौकीर रजा ने कहा अगर परमिशन ना मिले और दूसरे ऐसा करने वालों पर एक्शन हो तो वह अपना कार्यक्रम नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि मैं अपनी कॉल वापस लेने के लिए तैयार हूं लेकिन एक शर्त पर, जो बेईमानी करते आ रहे हैं उन पर कानूनी धाराएं लागू की जानी चाहिए.