जबलपुर
मध्य प्रदेश के जबलपुर में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सिविक सेंटर में चल रहे युवा कांग्रेस के धरने में पहुंचे। दिग्विजय सिंह ने युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि अगर आप लोगों को कुछ सीखना है तो आरएसएस से सीखो, जो कि हमारे मुख्य विरोधी हैं, लेकिन वो माइंड गेम खेलते हैं।
ना कभी प्रदर्शन करेंगे, ना कभी डंडे खाएंगे
दिग्विजय सिंह ने कहा कि आरएसएस ना कभी आंदोलन करेंगे, ना कभी प्रदर्शन करेंगे, ना कभी डंडे खाएंगे और ना ही कभी जेल जाएंगे लेकिन हम लोग को जरूर जेल भिजवांएगे। इसलिए उनसे कुछ सीखते हुए संकल्प लेना चाहिए। इतना सुनते ही धरना समाप्त कर दिया।
मध्य प्रदेश में परसेंटेज ऑफ इन्वेस्टमेंट महज सात ही है
पत्रकारों से कहा कि संस्कारधानी में 20 जुलाई को हो रही रीजनल इंडस्ट्री कन्क्लेव को लेकर मुख्यमंत्री समीक्षा कर रहे हैं, पर इसकी हकीकत यह है कि मध्य प्रदेश में परसेंटेज ऑफ इन्वेस्टमेंट महज सात ही है। प्रदेश में आज इन्वेस्टर सबमिट सिर्फ फोन एक्सचेंज करना और भाईचारा स्थापित करने तक ही सीमित रह गई हैं।
जबलपुर में होने वाली इंवेस्टरमीट का भी यही हाल हाेगा। इस मीट के दौरान बड़े-बड़े अधिकारी और निवेशक, उद्योगपति आपस में अपने संबंधों को मजबूत करते हैं लेकिन इसमें उद्यमियों का कुछ नहीं होता है और ना ही प्रदेश के युवकों को रोजगार मिलता है।
स्मार्टमीटर के पीछे चल रहे भ्रष्टाचार को उजागर किया
जबलपुर में लगाए जा रहे स्मार्टमीटर के पीछे चल रहे भ्रष्टाचार को उजागर करने नगर कांग्रेस द्वारा चलाए जा रहे अभियान को सराहा और कहा कि मोंटी कार्लो कंपनी स्मार्ट मीटर लगाने की जिम्मेदारी दी गई है, जो मुख्यतौर पर गुजरात की है। ये कंपनी खुद काम करने की बजाए पेटी पर काम दे रही है, जिससे मीटर की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
पौधारोपण में भी भ्रष्टाचार कर रही सरकार
पत्रकारों को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रदेश में चल रहे पौधारोपण में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। एक तरफ प्रदेश सरकार पेड़ कटवा रही है तो दूसरी तरफ पौधारोपण जैसे कार्यक्रम कर रही है। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अमित शाह के साथ प्रदेश मुख्यमंत्री और अन्य मंत्री भी शामिल हो रहे हैं।
पौधे लगवाना, गड्डे करवाना फिर भ्रष्टाचार अभियान का काम
दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार का पौधारोपण अभियान रिकॉर्ड बनाने के होता हैं। जबकि आज पौधे लगवाना, गड्डे करवाना और फिर भ्रष्टाचार करना ही इस अभियान का काम रह गया है। 20 रुपए का गड्डा और 30 रुपए का पौधा।
एक पौधा लगाने में 50 रुपये सरकार खर्च कर रही है
अनुमानित एक पौधा लगाने में 50 रुपये मध्यप्रदेश सरकार खर्च कर रही है, जिससे यह समझा जा सकता है कि प्रदेशभर में पौधारोपण के नाम पर कितने करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी राजनीति में जन सेवा नहीं बल्कि धन सेवा के लिए आती है।