भोपाल
गुजरात के जल संसाधन मंत्री श्री कुंवर जी भाई मोहन भाई बावलिया ने आज प्रदेश के जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट से उनके निवास पहुंचकर मुलाकात की। मंत्रीद्वय ने दोनों राज्यों की सिंचाई परियोजनाओं और आपसी सहयोग पर विस्तार से चर्चा की।
श्री कुंवर जी भाई बावालिया ने कहा कि सिंचाई के क्षेत्र में मध्यप्रदेश नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। यहां की मोहनपुरा कुंडलिया और केन बेतवा लिंक परियोजनाओं का न केवल भारत में अपितु विश्व की सिंचाई परियोजना में महत्वपूर्ण स्थान हैं। मैं आज यहां मध्य प्रदेश की मोहनपुरा कुंडलिया प्रेशराइज्ड पाइप सूक्ष्म सिंचाई परियोजना और अन्य परियोजनाएं देखने आया हूं। सिंचाई के क्षेत्र में मध्यप्रदेश में किए जा रहे नित नए प्रयोगों को गुजरात सरकार भी अपनाएगी।
मंत्री श्री सिलावट ने बताया की प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में सिंचाई क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी शीघ्र ही केन बेतवा लिंक परियोजना का भूमि पूजन करने के लिए मध्यप्रदेश आने वाले हैं। यह परियोजना प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र की तस्वीर बदल देगी। मोहनपुरा कुंडलिया प्रेशराइज्ड पाइप सूक्ष्म सिंचाई परियोजना विश्व की अनूठी सिंचाई परियोजना है। इस परियोजना के लिए मध्यप्रदेश को केंद्र सरकार द्वारा पुरस्कृत भी किया गया है। मध्यप्रदेश का सिंचाई रकबा बढ़कर लगभग 50 लाख हेक्टेयर हो गया है। हमारा लक्ष्य वर्ष 2025 तक इसे 65 लाख हेक्टेयर और वर्ष 28 – 29 तक इसे 100 लाख हेक्टेयर तक पहुंचाना है।
मंत्री श्री सिलावट ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश में चलाए गए जल गंगा संवर्धन अभियान और अन्य जल संरक्षण और संवर्धन संबंधी कार्यों की जानकारी दी और इस संबध में एक पुस्तिका भी भेंट की। गुजरात के जल संसाधन मंत्री ने श्री सिलावट को गुजरात की साबरमती रिवरफ्रंट व अन्य योजनाएं देखने का आमंत्रण भी दिया और गांधी आश्रम की प्रतिकृति स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की। इस अवसर पर विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख अभियंता श्री शिरीष मिश्रा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।