चेंगदू
दक्षिण-पश्चिम चीन के सिचुआन प्रांत के जिगोंग शहर में एक डिपार्टमेंट स्टोर में आग लगने से मरने वालों की संख्या गुरुवार तड़के बढ़कर 16 हो गई।स्थानीय अग्निशमन और बचाव मुख्यालय ने यह जानकारी दी है।उन्होंने बताया कि शहर के हाई-टेक ज़ोन में स्थित 14 मंजिला इमारत में आग लगने की सूचना बुधवार को शाम करीब छह बजे मिली और घटनास्थल पर काफी मात्रा में घना धुआँ था।
चीन के सरकारी मीडिया ने ये जानकारी दी है।
14 मंजिला वाणिज्यिक इमारत में शाम छह बजे अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। कई लोग जान बचाने के लिए बॉलकनी में खड़े नजर आए। आग की सूचना मिलने पर अग्निशमन विभाग से 300 से ज्यादा आपातकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव शुरू किया। शिन्हुआ न्यूज के अनुसार, रेस्क्यू के दौरान 75 लोगों को आग से बचाकर बाहर निकाला गया। बचाव कार्य जारी है। चीन के सरकारी चैनल सीसीटीवी ने बताया कि शुरुआती जांच के मुताबिक आग लगने की घटना बिल्डिंग में चल रहे निर्माण कार्य के चलते हुई।
धुएं के काले बादल में लिपटी इमारत
आग लगने का कारण क्या था और घटना के दौरान इमारत में कितने लोग मौजूद थे, इस बारे में तुरंत पता नहीं चल पाया है। इमारत में एक डिपार्टमेंटल स्टोर, कार्यालय, रेस्तरां और एक मूवी थियेटर है। सोशल मीडिया पर घटना के वीडियो पोस्ट में इमारत के निचली मंजिलों की खिड़कियों से धुएं का गुबार निकल रहा था जो घने काले बादल का रूप लेकर 14 मंजिला ढांचे को अपनी चपेट में ले रहा था। आग की लपटें बहुत बड़ी दिखाई दे रही थीं। स्थानीय मीडिया ने बताया कि दमकलकर्मियों ने कई ड्रोन का भी इस्तेमाल किया।
चीन में आग बनी बड़ा खतरा
चीन के आपात प्रबंधन मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में बचाव कर्मियों और प्रांतीय अधिकारियों से आग के कारणों का जल्द से जल्द पता लगाने को कहा है, ताकि भविष्य में सुरक्षा एहतियात को लागू किया जा सके। चीन में बड़ी और वाणिज्यिक इमारतों में आग लगने की घटनाएं कोई नई बात नहीं है। इसी साल जनवरी में दक्षिण-पूर्वी चीन की एक इमारत में आग लगने से 39 लोगों की मौत हो गई थी। इसके कुछ दिन पहले ही बोर्डिंग स्कूल में आग से 16 बच्चों की मौत हो गई थी।
समाचार एजेंसी एपी ने राष्ट्रीय अग्नि एवं बचाव प्रशासन के प्रवक्ता ली वानफेंग के हवाले से बताया है कि चीन में आग की घटनाएं एक समस्या बनी हुई हैं। इस साल इस साल 20 मई से पहले आग के चलते 947 लोगों की मौत हुई है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 19% अधिक है। ली ने कहा कि होटल और रेस्तरां जैसे सार्वजनिक स्थानों पर आग लगने की घटनाओं की संख्या में 40% की वृद्धि हुई है और सबसे आम कारण बिजली या गैस लाइनों में खराबी और लापरवाही है।