नई दिल्ली
देश के दो सबसे बड़े रईसों मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और गौतम अडानी (Gautam Adani) के बीच क्रिकेट की पिच पर मुकाबला देखने को मिल सकता है। निजी इक्विटी फर्म सीवीसी कैपिटल पार्टनर्स इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) फ्रेंचाइजी गुजरात टाइटन्स में कंट्रोलिंग स्टेक बेचने की तैयारी में है। इसके लिए वह अडानी ग्रुप और टोरेंट ग्रुप के साथ बातचीत कर रही है। सूत्रों के मुताबिक सीवीसी आईपीएल फ्रेंचाइजी में ज्यादातर हिस्सेदारी बेचने को तैयार है जबकि माइनोरिटी स्टेक अपने पास रखेगी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की लॉक-इन अवधि फरवरी 2025 में समाप्त हो जाएगी। इसके बाद नई टीमें हिस्सेदारी बेच सकती हैं। आईपीएल की टीम मुंबई इंडियन्स का मालिकाना हक रिलायंस ग्रुप के पास है।
सूत्रों का कहना है कि तीन साल पुरानी फ्रेंचाइजी गुजरात टाइटन्स की वैल्यू 1 अरब डॉलर से 1.5 अरब डॉलर के बीच हो सकती है। सीवीसी ने 2021 में ₹5,625 करोड़ में फ्रेंचाइजी खरीदी थी। अमेरिकी इनवेस्टमेंट बैंक Houlihan Lokey ने 6 अरब डॉलर के मीडिया राइट्स डील की बदौलत आईपीएल की वैल्यू 16.4 अरब डॉलर आंकी है। BCCI ने 2022 में डिज्नी स्टार और वायकॉम18 के साथ मीडिया राइट्स डील की थी। एक सूत्र ने कहा कि अडानी ग्रुप 2021 में आईपीएल की अहमदाबाद फ्रेंचाइजी को खरीदने से चूक गया था। अब अडानी ग्रुप और टोरेंट के बीच मैज्योरिटी स्टेक खरीदने के लिए होड़ मची है।CVC के लिए यह फ्रेंचाइजी में अपनी हिस्सेदारी को बेचने का एक शानदार मौका है। अडानी और टोरेंट का मुख्यालय अहमदाबाद में है जबकि CVC कैपिटल का हेडक्वार्टर लक्जमबर्ग में है। अडानी, टोरेंट और CVC ने इस मामले में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
आईपीएल टीमों में निवेश
एक दूसरे सूत्र ने कहा कि आईपीएल की फ्रेंचाइजी अब निवेशकों का ध्यान आकर्षित कर रही हैं। इसकी वजह यह है कि लीग ने सॉलिड कैश फ्लो के साथ खुद को एक आकर्षक एसेट के रूप में स्थापित किया है। अडानी ने महिला प्रीमियर लीग (WPL) और UAE की इंटरनेशनल लीग T20 में टीमें खरीदी हैं। 2023 में, अडानी ने ₹1,289 करोड़ की सबसे बड़ी बोली लगाकर WPL की अहमदाबाद फ्रैंचाइजी को खरीदा था। सीवीसी ₹193 अरब की एसेट्स मैनेज करती है। इसने खेलों में बड़ा निवेश किया है। इनमें ला-लीगा, प्रीमियरशिप रग्बी, वॉलीबॉल वर्ल्ड और महिला टेनिस एसोसिएशन शामिल हैं।
साल 2021 में BCCI ने IPL में दो टीमों को जोड़ने के लिए निविदाएं जारी कीं। इनमें अहमदाबाद टीम के लिए अडानी ग्रुप ने ₹5,100 करोड़ और टोरेंट ग्रुप ने ₹4,653 करोड़ की बोली लगाई थी। लेकिन CVC कैपिटल के स्वामित्व वाली इरेलिया स्पोर्ट्स इंडिया ने सबसे बड़ी बोली लगाकर सबको पछाड़ दिया था।गुजरात टाइटन्स ने अपने पहले ही सीजन में IPL का खिताब जीत लिया था। इससे ब्रांड को काफी बढ़ावा मिला। मार्च 2023 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए इरेलिया स्पोर्ट्स ने ₹359 करोड़ के रेवेन्यू पर ₹429 करोड़ का शुद्ध घाटा दर्ज किया। कंपनी का कुल खर्च ₹789 करोड़ रहा।
कौन है सबसे वैल्यूएबल टीम
गुजरात टाइटन्स के सीओओ अरविंदर सिंह ने कहा कि अगले मीडिया राइट्स साइकल में फ्रेंचाइजी फायदे में आ जाएगी। मौजूदा मीडिया राइट्स साइकल 2027 में समाप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि आईपीएल की पहली दस फ्रेंचाइजी को भी फायदे में आने में चार से पांच साल लग गए थे। हमें विश्वास है कि न केवल हम फायदे में आ जाएंगे, बल्कि हमारी ब्रांड वैल्यू भी तेजी से बढ़ेगी। Houlihan Lokey के अनुसार गुजरात टाइटन्स की ब्रांड वैल्यू 124 मिलियन डॉलर थी और वह रैंकिंग में आठवें स्थान पर थी। 231 मिलियन डॉलर की ब्रांड वैल्यू के साथ, चेन्नई सुपर किंग्स सबसे ऊपर है।