नई दिल्ली
माइक्रोसॉफ्ट में हुई गड़बड़ी ने पूरी दुनिया पर असर डाला है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने भी इस गड़बड़ी का जिक्र किया है। शनिवार को मदुरई में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीजेआई ने कहा कि सभी लोग जानते हैं कि मैं टेक्नोलॉजी के फायदों को लेकर कितना उत्साहित रहता हूं। लेकिन हमने कल ही देखा कि टेक्नोलॉजी पर निर्भरता के कितने दुष्परिणाम हो सकते हैं। सीजेआई ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट में हुई गड़बड़ी के चलते फ्लाइट्स पर भी असर पड़ा। लेकिन मदुरई के लोगों ने पिछली बार इतना प्यार दिया था कि आज तो यहां आना ही था। गौरतलब है कि शुक्रवार को माइक्रोसॉफ्ट में हुई गड़बड़ के चलते दुनिया भर में विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम्स में दिक्कत हुई थी। इसके चलते फ्लाइट्स, बैंकिंग सेक्टर समेत विभिन्न क्षेत्र में परेशानियों का सामना करना पड़ा था।
माइक्रोसॉफ्ट आउटेज से आज भी बहुत राहत नहीं है। आउटेज के दूरगामी परिणाम हुए, जिससे एयरलाइंस, खुदरा, बैंकिंग और मीडिया सहित कई क्षेत्रों में सेवाएं बाधित हुईं। न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों में भी। इसने पॉवरबीआई, माइक्रोसाफ्ट फ़ैब्रिक और टीम्स सहित विभिन्न माइक्रोसाफ्ट 365 सेवाओं को भी प्रभावित किया। चीफ जस्टिस मद्रास हाई कोर्ट के मदुरई ब्रांच के 20 साल पूरे होने के अवसर पर बोल रहे थे। इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट के जज, जस्टिस बीआर गवई, सूर्यकांत, आर महादेवन और एमएम सुंदरेश भी अतिथियों के रूप में मौजूद रहे।
सीजेआई ने अपने संबोधन में कहा कि कल जस्टिस महादेवन के शपथ ग्रहण के दौरान बड़ी संख्या में तमिलनाडु के वकील मौजूद थे। मैं उनके पास गया और उनसे माफी मांगी। मैंने उनसे कहा कि आई एम सॉरी, मैंने मद्रास के बेहतरीन जजों में से एक को चुरा लिया है। सीजेआई यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि लेकिन यह वकील लोग जजों से एक कदम आगे होते हैं। उन्होंने मुझे कहा कि डियर सीजेआई, अगर आप माफी मांग ही रहे हैं तो दो बार मांगिए। एक बार आरएमडीज के लिए और दूसरा जस्टिस सुंदरेश के अप्वॉइंटमेंट के लिए। आपने दो बार हमसे चुराया है। सीजेआई ने कहा कि मुझे लगा कि वह लोग जस्टिस विश्वनाथन को भूल गए हैं। तो मैं दो बेहतरीन जजों को चुराने के लिए दो बार माफी मांगता हूं, एक बार से और दूसरे बेंच से।