महारास्ट्र
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सांसद संजय राउत ने उत्तर प्रदेश में हाल ही में जारी सरकारी आदेश को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा, जिसमें दुकानदारों को अपनी दुकानों के सामने मालिक का नाम बताते हुए नेमप्लेट लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी को ऐसे आदेशों के जरिए देश को बांटने से कोई फायदा नहीं होगा, क्योंकि इससे देश की एकता टूटेगी।
क्या आप देश को बांटना चाहते हैं?
संजय राउत ने शनिवार को मुंबई में संवाददाताओं से कहा, "अब आप (भाजपा) खाद्य दुकानों को जाति और धर्म के आधार पर नामपट्टिका लगाने का निर्देश दे रहे हैं? क्या आप देश को बांटना चाहते हैं? आपको इससे कोई लाभ नहीं होगा। आप देश की एकता को तोड़ रहे हैं।" राउत ने इस बात पर प्रकाश डाला कि शिवसेना अपने हिंदुत्व आदर्शों के प्रति प्रतिबद्ध है, लेकिन वह समाज में विभाजन पैदा करने का समर्थन नहीं करती है।
कब तक हिंदू-मुस्लिम का खेल जारी रखेंगे?
उन्होंने कहा, "कांवड़ यात्रा, अयोध्या, काशी, मथुरा गर्व की बात है। हमने हिंदुत्व के लिए भाजपा से भी ज्यादा संघर्ष किया है। हम कब तक हिंदू-मुस्लिम, भारत-पाकिस्तान का खेल जारी रखेंगे?" शिवसेना (यूबीटी) सांसद ने भाजपा के गठबंधन सहयोगियों पर भी निशाना साधा और उन्हें "सत्ता का गुलाम" कहा तथा नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू, चिराग पासवान की भूमिका पर सवाल उठाए।
गठबंधन के सहयोगी सत्ता के गुलाम हैं- राउत
राउत ने कहा, "यह देखना होगा कि क्या नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू, अपना दल, चिराग पासवान भारतीय जनता पार्टी की फूट डालो और राज करो (नीति) का समर्थन करेंगे, जो समाज में विभाजन पैदा करती है।" राउत ने कहा, "गठबंधन के सहयोगी सत्ता के गुलाम हैं। नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू और चिराग पासवान की क्या भूमिका है? अगर उनमें हिम्मत है तो उन्हें आगे आना चाहिए।" हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा परिणामों को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी की आलोचना करते हुए राउत ने कहा, "भाजपा को पहले भी लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। लोग देश को विभाजित करने वालों को वोट नहीं देंगे। यह कौन सा नया खेल है?"
दुकानों पर लगानी होगी नेम प्लेट- सीएम योगी
शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया कि कांवड़ मार्गों पर खाद्य और पेय पदार्थों की दुकानों पर संचालक/मालिक का नाम और पहचान प्रदर्शित की जानी चाहिए ताकि तीर्थयात्रियों की आस्था की पवित्रता बनी रहे। इसके अलावा हलाल प्रमाणित उत्पाद बेचने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कांवड़ यात्रा मार्ग पर पड़ने वाली सभी दुकानों में आईडी कार्ड के इस्तेमाल को अनिवार्य करने के कदम से भाजपा और विपक्ष के बीच राजनीतिक घमासान छिड़ गया है।