नई दिल्ली
भारतीय महिला हॉकी टीम ने पहली बार भारतीय नौसेना अकादमी (आईएनए) में अभ्यास किया जिसमें निशस्त्र लड़ाई का प्रशिक्षण, दौड़ और नाव खींचने जैसी गतिविधियां शामिल थी जिसका लक्ष्य खिलाड़ियों को मानसिक रूप से अधिक मजबूत और अधिक अनुशासित बनाना था।
यह अनूठा शिविर केरल के कन्नूर में 15 से 21 जुलाई तक आईएनए पर आयोजित किया गया। महिला हॉकी टीम पेरिस ओलंपिक के लिये क्वालीफाई नहीं कर सकी थी और फिलहाल नये सिरे से खड़े होने की कोशिश में है।
हॉकी इंडिया की एक विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘आईएनए के अनुशासित माहौल में लगाये गए इस शिविर का लक्ष्य टीम के कौशल का विकास करके एकजुटता और दृढता का भाव खिलाड़ियों में भरना है।’’
मुख्य कोच हरेंद्र सिंह ने कहा, ‘‘मानसिक मजबूती और टीम के आपसी तालमेल को लेकर अकादमी में खिलाड़ियों को बहुत कुछ सीखने को मिला। बेहतरीन अधिकारियों के मार्गदर्शन में हमारे खिलाड़ियों ने कठिन अभ्यास किया जिससे उन्हें हॉकी में ही नहीं, जीवन के हर पहलू में मदद मिलेगी।’’ इस दौरान अकादमी की हॉकी टीम और भारतीय टीम के बीच दोस्ताना मैच भी खेला गया।
भारतीय नौसेना अकादमी के उप कमांडेंट रीयर एडमिरल प्रकाश गोपालन ने कहा, ‘‘इस अभ्यास शिविर का मकसद मानसिक दृढता, अनुशासन और नेतृत्व क्षमता पर फोकस करके खिलाड़ियों को एक ईकाई के रूप में अच्छा प्रदर्शन करने के लिये प्रेरित करना था।’’