लंदन
गली क्रिकेट में छक्के लगाने पर पाबंदी के बारे में तो आपने सुना होगा लेकिन अब इंग्लैंड के क्लब ने भी सिक्सर मारने पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है. साउथविक और शोरहैम क्रिकेट क्लब ने बल्लेबाजों के छक्का लगाने पर पाबंदी लगा दी है. इस बैन को मैदान के आसपास रहने वाले लोगों की प्रॉपर्टी को नुकसान होने के बाद दर्ज की गई शिकायत की वजह से लगाया गया है. अब मैच में क्लब की तरफ से छक्का मारने वाले बैटर को आउट करार दिया जाएगा.
साउथविक और शोरहैम क्रिकेट क्लब के कोषाध्यक्ष मार्क ब्रोक्सअप ने सिक्स पर प्रतिबंध के नियम की जानकारी दी है. उस फैसले के बारे में फैसला इंश्योरेंस क्लेम और कानूनी कार्यवाही से होने वाले आर्थिक नुकसान से बचने के लिए लगाया गया है. स्टेडियम के आस पास रहने वाले लोगों की गाड़ियों और घर की संपत्ति को छक्के की वजह से नुकसान उठाना पड़ा रहा था. इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई गई थी और हर्जाने से बचने के लिए क्लब ने यह फैसला लिया.
ब्रोक्सअप ने बताया, कहा, “पहले क्रिकेट बेहद शांत माहौल में खेला जाता था लेकिन टी20 और वनडे के आने के बाद इस खेल में आक्रामकता दिखने लगी है. इस वजह से स्टेडियम आस पास रहने वाले लोगों की संपत्ती को नुकसान पहुंचने लगा है. एक 80 साल के बुजुर्ग ने का कहना था कि आजकल के बल्लेबाजों में बड़े शॉट्स लगाने का जोश बढ़ गया है, इसकी वजह से अब स्टेडियम छोटा पड़ने लगा है.
पहले छक्के पर मिलेगी वार्निंग, फिर आउट
क्रिकेट क्लब के नए नियम के बाद अब पहला छक्का मारने के बाद बल्लेबाज को वार्निंग मिलेगी. सिक्स मारने पर बैटर को कोई रन नहीं दिया जाएगा. चेतावनी मिलने के बाद भी अगर बल्लेबाज ने छक्का लगाया तो उसे आउट करार दिया जाएगा. क्लब की तरफ से इस नियम को लागू करने से बल्लेबाज नाखुश हैं.
साउथविक और शोरहैम क्रिकेट क्लब के कोषाध्यक्ष, मार्क ब्रोक्सअप ने इस फैसले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इंश्योरेंस क्लेम और कानूनी कार्यवाही के कारण होने वाले खर्च से बचने के लिए उन्होंने यह नियम बनाया है. उन्होंने कहा, "पुराने समय में क्रिकेट शांत वातावरण में खेला जाता था. मगर टी20 और सीमित ओवरों का क्रिकेट आने के बाद इस खेल में ज्यादा आक्रामकता दिखाई पड़ने लगी है.दरअसल स्टेडियम के नजदीक रहने वाले एक 80 वर्षीय वृद्ध व्यक्ति का कहना था कि आजकल के खिलाड़ियों में इतना जोश आ गया है कि छक्के लगाने के लिए उनके सामने स्टेडियम भी छोटा पड़ रहा है.
खिलाड़ियों में है रोष
इस नए और अजीब नियम के सामने आने के बाद खिलाड़ी निरंतर विरोध जता रहे हैं. एक बल्लेबाज ने कहा कि छक्के लगाना इस खेल की पहचान है, इसे भला कैसे बैन किया जा सकता है. यह भी दावा किया गया कि क्रिकेट मैचों से रोमांच को बाहर करने की कोशिश की जा रही है. दूसरी ओर एक खिलाड़ी ने यह कहा कि आजकल सबको केवल स्वास्थ्य की पड़ी है. इंश्योरेंस कंपनियां स्टेडियम के कारण होने वाले नुकसान के कारण स्पोर्ट्स क्लब्स से खूब सारा मुनाफा कमा रही हैं.