मध्यप्रदेश

कटनी में कुएं में पंप डालने उतरे चार किसानों की दम घुटने से मौत

 कटनी

 सबमर्सिबल पंप डालने कुएं में उतरे चार किसानों की जहरीली गैस से मौत हो गई। चाचा-भतीजा सहित चार की दम घुटने से हुई मौत के बाद गांव में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने गुरुवार रात 12 बजे तक रेस्क्यू ऑपरेशन कर सभी को बाहर निकाला। पुलिस ने सभी शवों को बरामद कर लिया। दर्दनाक घटना कटनी के जुहली गांव की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

गांव में मचा हड़कंप
जैसे ही घटना की जानकारी आसपास के किसानों को लगी कि 4 लोग कुएं में बेहोश होकर गिर गए हैं, आसपास हड़कंप मच गया। जुहला जुहली गांव में अफरा तफरी मच गई। ग्रामीण मदद के लिए कुएं की तरफ भागे, लेकिन मौके पर पहुंच कर पता लगा कि कुएं में जहरीली गैस का रिसाव हो रहा है, इसलिए कुएं में जाना ठीक नहीं। इसके बाद ग्रामीणों ने तत्काल ही प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित कर मदद की गुहार लगाई। लेकिन, कुएं में बेहोश पड़े चारों ग्रामीणों तक शाम 4 बजे हुए घटनाक्रम में मदद देर रात तक पहुंची।

हादसे में चारों की मौत
घंटों प्रशासनिक मदद का इंतजार करते हुए आखिरकार देर रात को जबतक प्रशासनिक रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची तबतक कुएं की जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हुए चारों ग्रामीणों की मौत हो गई। कुएं की जहरीली गैस की चपेट में आकर दम घुटने से जान गवाने वालों में 20 वर्षीय निखिल दुबे पिता संजय दुबे निवासी जुहली, 38 वर्षीय रामकुमार दुबे पिता स्वर्गीय देवदत्त दुबे, निवासी जुहली, 30 वर्षीय राजेश कुशवाहा पिता यज्ञभान कुशवाहा और 26 वर्षीय पिंटू पिता श्यामलाल कुशवाहा दोनों निवासी जुहली की मौत हो गई है।
इनकी बची जान

प्रशासनिक मदद आने में काफी देरी होने पर कुछ और ग्रामीणों ने खुद ही कुएं में उतरकर बेहोश पड़े चारों ग्रामीणों को बाहर लाने का प्रयास किया, लेकिन इससे पहले की वो पूरी तरह कुएं में उतर पाते, उनका भी दम घुटने लगा, जिसके चलते जैसे तैसे वो बाहर आ गए। इस तरह ये लोग कुएं की जहरीली गैस से बचकर वापस बाहर आने में सफल रहे, वरना ये ह्रदय विदारक घटना और भी गंभीर रूप ले सकती थी। कुएं से बाहर आने वालों में नीरज कुशवाहा, पिता यज्ञभान कुशवाहा ने सबसे पहले कुएं में जाकर बेहोश पड़े ग्रामीणों को बाहर लाने का प्रयास किया, लेकिन 5 सीढ़ी नीचे उतरने पर ही उसका दम घुटने लगा, जिसके चलते वो कुएं से बाहर निकल आया। इसके बाद निखिल के पिता संजय दुबे उतरने लगे। वो भी 3 सीढ़ियों तक ही पहुंचे थे कि उनका भी दम घुटने लगा, जिसके चलते वो भी वापस बाहर आ गए। इसके बाद ग्रामीणों ने सतर्कता बरतते हुए और किसी को अंदर नहीं जाने दिया।
रास्ता दुर्गम होने के कारण आ रही समस्या
जुहली हार में जहां पर ये घटना हुई है, वो गांव से लगभग 3 किलोमीटर दूर है। यहां पर रास्ता न होने के कारण और दलदली क्षेत्र अधिक होने के कारण मौके पर पहुंचने में पुलिस प्रशासन समेत ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालात ये थे कि बारिश के दिनों में दलदली क्षेत्र अधिक होने के कारण रेस्क्यू टीम पैदल भी नहीं पहुंच पा रही थी। आखिरकार ट्रैक्टर में सवार होकर प्रशासनिक अमला जैसे तैसे मौके पर पहुंचा।
जिले में व्यवस्थाएं नाकाफी
गांव में यह दर्दनाक घटना सामने आने के बाद जब रेस्क्यू की बारी आई तो यहां पर इंतजामों का भी खासा अभाव सामने आया। रेस्क्यू के लिए कोई भी पर्याप्त इंतजाम नहीं दिखे। कुएं में उतारने के लिए ना तो लाइफ सपोर्ट सिस्टम के साथ कोई एक्सपर्ट रहा और नहीं कोई अन्य विशेषज्ञ नजर आए। यहां पर कर लोग एक दूसरे को सलाह देते हुए नजर आए, लेकिन समय पर रेस्क्यू नहीं किया जा सका।
नरोजाबाद से आने वाली टीम का होता रहा इंतजार
अंत में जब पुलिस-प्रशासन थक हार गया तो ये तय किया गया कि नरोजाबाद से कोल माइंस में काम करने वाली एक्सपर्ट टीम को बुलाया जाए। रात 12 बजे तक टीम मौके पर नहीं पहुंच पाई। सिर्फ यही कहा जाता रहा की टीम रवाना हो गई है, कुछ समय के बाद पहुंचने वाली है।
पोस्टमार्टम के लिए चारों शव रवाना किए गए
खान बचाव दल के सदस्यों ने लाइफ सपोर्ट जैकेट की मदद से कुएं में उतरकर बोहोश हुए चारों ग्रामीणों को बाहर निकाला। लेकिन, तबतक चारों की मौत हो चुकी थी। इस दौरान एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम ने उनकी मदद की। फिलहाल, रेस्क्यू के बाद तड़के तक चली जांच पड़ताल और पंचनामें के बाद चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया है। एसडीएम प्रदीप मिश्रा की मौजूदगी में हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा किया गया।

जानें पूरा मामला
एनकेजे थाना पुलिस के मुताबिक, जुहली गांव में गुरुवार शाम सबमर्सिबल पंप डालने के लिए रामकुमार दुबे कुएं में उतरा। कुछ देर बाद वो बेहोश हो गया। रामकुमार को बचाने भतीजा निखिल दुबे उतरा। वह भी बेहोश हो गया। जिसके बाद राजेश कुशवाहा, फिर पिंटू कुशवाहा कुएं में उतरे। एक के बाद एक दोनों बेहोश हो गए। देर रात चारों को कुएं से निकालकर जिला अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।

दम घुटने से हुई मौत
आशंका जताई जा रही है कि कुएं के अंदर ऑक्सीजन की कमी थी। जहरीली गैस भी बनी हुई थी, जिसके कारण दम घुटने से चारों की मौत हो गई। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।

 

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