नई दिल्ली
सरकार ने कहा है कि देश में छोटी बड़ी सभी दवा और उर्वरक कंपनियों को बढ़ावा दिया जा रहा है और भारत में बन रही दवाओं की दुनिया में बढ़ रही मांग को देखते हुए उसकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
लोकसभा में रसायन उर्वरक मंत्री जेपी नड्डा ने एक पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि सरकार छोटी और बड़ी सभी रसायन एवं उर्वरक कंपनियों को मदद करती है। जिन कंपनियों का टर्नओवर एक करोड़ तक है उन्हें 20 प्रतिशत, जो 250 करोड़ तक की टर्नओवर वाली कम्पनी हैं उसे 15 प्रतिशत और जिनका टर्नओवर 250 करोड़ से ज्यादा है उन्हें 10 प्रतिशत तक की मदद दी जाती है।
उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया में फार्मेसी का केंद्र बन गया है और भारत में बन रही दवा की पूरी दुनिया में मांग है। दुनिया भर की दवा कंपनियां भारत का रुख कर रही हैं और इस क्रम को आगे बनाए रखने के सारे प्रयास किए जाएंगे। अध्यक्ष ओम बिरला ने भी हस्तक्षेप करते हुए अपनी टिप्पणी में कहा कि वह जिस देश में जाते हैं भारतीय दवाइयाें की प्रशंसा और उसकी मांग की बात उन्होंने वहां देखी है।
नड्डा ने दवाओं की गुणवत्ता से संबंधित एक सवाल पर कहा कि जो दवाइयां निर्यात होती हैं उनके सैंपल का यहां भी परीक्षण होता है और जहां जाती है वहां भी उनका परीक्षण होता है। अफ्रीकी देशों में भारत की खांसी की दवा की गुणवत्ता को लेकर उठे सवाल पर उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसा ना हो इस पर ध्यान दिया जाएगा।