इस्लामाबाद
पाकिस्तान सरकार ने साफ कर दिया है कि अमेरिका के साथ अच्छे संबंधों के लिए चीन संग रिश्तों की कुर्बानी नहीं दी जाएगी। हालांकि, पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ को भी काफी अहम बताया है। दरअसल, अमेरिकी राजनयिक डोनाल्ड लू ने हाल ही में निवेश के लिहाज से अमेरिका को पाकिस्तान का भविष्य बताया था। साथ ही उन्होंने चीन को अतीत करार दिया था।
द डॉन के अनुसार, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा ने कहा, 'हमारे लिए अमेरिका के साथ रिश्ते और चीन के साथ रिश्ते, दोनों ही जरूरी हैं।' उन्होंने कहा, 'हम इस बात में यकीन नहीं रखते कि एक देश के साथ संबंधों के लिए दूसरे देश के साथ रिश्तों की कुर्बानी दे दी जाए।' उन्होंने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान चीन के साथ अपना संबंध मजबूत करना जारी रखेगा। उन्होंने अमेरिका के साथ भी रिश्तों को अहम करार दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, बाइडेन प्रशासन की तरफ से अमेरिकी कांग्रेस से पाकिस्तान के लिए मांगी गई 101 मिलियन डॉलर की सहायता पर प्रतिक्रिया मांगी गई थी। साथ ही लू की टिप्पणी को लेकर भी सवाल किया गया था, जिसमें उन्होंने कहा था, 'निवेश के मामले में चीन अतीत है और हम भविष्य हैं।'
फ्रैंकफर्ट में पाकिस्तानी कॉन्सुलेट पर हुए हमलों को लेकर बलोच ने कहा कि पाकिस्तान ने जर्मनी की सरकार के सामने अपनी चिंताएं जाहिर कर दी हैं। साथ ही सुरक्षा को लेकर लगातार चर्चाएं जारी हैं। उन्होंने कहा, 'हम हमारे मिशन की सुरक्षा के लिए लगातार कदम उठाते रहेंगे और मेजबान सरकारों के साथ काम करते रहेंगे, ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि हमारे मिशन किसी भी तरह के हमलों से पूरी तरह सुरक्षित रहें।'